भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश के पास चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा के अग्रिम इलाकों में बोफोर्स तोपों की तैनाती की है. वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ चल रहे विवाद के बीच इसे भारत की तरफ से बड़ा कदम माना जा रहा है. इसकी जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई ने दी है.
दरअसल हाल ही में चीन के विदेश विभाग के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने अरुणाचल को लेकर विवादित बयान दिया था.
उन्होंने कहा था कि चीन अवैध रूप से बने तथाकथित अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं देता है और भारत के उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू के इस क्षेत्र में किए गए दौरे का विरोध करता है. इस पर भारत की तरफ से भी चीन को बेहद सख्त शब्दों में जवाब दिया गया था.
इससे पहले मंगलवार को खबर आई थी कि अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सेना ने अपनी पहली एविएशन ब्रिगेड स्थापित कर दी है. इस एविएशन ब्रिगेड का काम सिर्फ फारवर्ड बेस पर सैन्य साजोसामान पहुंचाना और बचाव कार्यों तक ही सीमित नहीं है बल्कि ये ब्रिगेड वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के एयर स्पेस की निगरानी भी करती है. साथ ही ये चीन के एयरस्पेस पर भी पैनी नजर रखती है.
चीन के हेलीकॉप्टरों के लगातार भारतीय एयर स्पेस वायलेशन की खबरें आती रहती हैं. किसी भी तरह के वायलेशन को रोकने का जिम्मा भी अब एविएशन ब्रिगेड के पास है. अरुणाचल के रूपा में इसी काम के लिए एक एयर-स्पेस कंट्रोल सेंटर बनाया गया है.
हाल ही में अमेरिका से ली गई अल्ट्रा लाइट हॉवित्ज़र तोप M-777 की तैनाती एलएसी के कई इलाकों में की गई है. ये तोप वजन में हल्की होने के कारण ली गई थी जिससे हेलिकॉप्टर के जरिए इन्हें ऊंचे इलाकों में आसानी से कम समय में पहुंचाया जा सके. भारत ने अमेरिका से कुल 145 तोप का सौदा किया जिनमें में पचास फीसदी तोप भारत को मिल चुकी हैं.
भारतीय सेना हर तरह की तोप का एक पूरा बुके तैयार कर रही है जिससे हर मैदान में उनका इस्तेमाल किया जा सके. भारतीय सेना ने आर्टिलरी के आधुनिकीकरण के लिए जो प्लान बनाया है उसके मुताबिक 2025 से 2027 तक 3000 से 3600 तोपों को रेजिमेंट में शामिल करना है.