बंगाल में भाजपा हाईकमान के टिकट बंटवारे को लेकर कहीं न कहीं कमी जरूर हुई है. कुछ दिनों पहले जहां भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश हुआ करता था अब वही सड़क पर आकर खुलकर विरोध करने में लगे हुए हैं.
कार्यकर्ताओं की नाराजगी भाजपा के लिए चुनाव में जरूर मुश्किलें बढ़ा रही है.भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि पार्टी ने जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ भेदभाव और अनदेखी की है. इसको लेकर मालदा, जलपाईगुड़ी, मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना सहित कई जगहों पर कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करने सड़क पर उतर आए हैं. यहां हम आपको बता दें कि बीजेपी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए 148 उम्मीदवारों की नई सूची जारी की थी.
इसमें दूसरे दलों से आए करीब 20 लोगों को टिकट दिया गया है. पार्टी के कई क्षेत्रों के कार्यकर्ता दूसरे दलों से आए नेताओं को टिकट बंटवारे में महत्व मिलने से नाराज हैं और प्रदर्शन भी कर रहे हैं. पार्टी के कई नेताओं ने इसके विरोध में इस्तीफा तक दे दिया है. बीजेपी युवा मोर्चा की राज्य इकाई के नेता और पूर्व बीजेपी नेता तपन सिकदर के बेटे सौरव सिकदर ने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है.
उन्होंने पार्टी पर पुराने नेताओं का अपमान करने का आरोप लगाया. सौरव सिकदर का कहना है कि राज्य के अन्य इलाकों में जहां बीजेपी ने दूसरे दलों के नेताओं को उम्मीदवार बनाया है. दूसरी ओर टीएमसी ने मौका लपकते हुए बीजेपी पर तंज किया.
‘टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने गृहमंत्री अमित शाह को होमवर्क करने तक की नसीहत दे दी’. भाजपा से टिकट मिलने के बावजूद चुनाव लड़ने से इनकार कर देने के कारण तृणमूल कांग्रेस को एक और मुद्दा मिल गया है, जिससे साबित किया जा सके कि चुनाव जीतने का दावा करने वाली भाजपा के पास चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार ही नहीं हैं .