आज बात करेंगे समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा की. दोनों ने आज महानवमी पर ट्वीट किए . लेकिन जल्दीबाजी में दोनों नेताओं ने नवमी के स्थान पर रामनवमी की बधाई शुभकामनाएं दे डाली.
जब तक इन दोनों को अपनी गलती का एहसास होता तब तक भाजपा ने इन दोनों नेताओं पर जोरदार तंज कसा. आइए जानते हैं पूरा मामला . चैत्र माह में पड़ने वाली नवरात्रि के आखिरी दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के जन्मदिन पर ‘राम नवमी’ का पर्व पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है. लेकिन शारदीय नवरात्रि के आखिरी दिन महानवमी के रूप में यह पर्व मनाया जाता है. आज शारदीय नवरात्रि के आखिरी दिन महानवमी का त्योहार पूरे देश भर में धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है.
‘इन दोनों नवरात्रों के आखिरी दिन अधिकांश लोग रामनवमी और महानवमी को लेकर असमंजस में रहते हैं’. मौजूदा समय सोशल मीडिया का दौर चल रहा है. चाहे आम हो या खास सभी सोशल मीडिया के प्लेटफार्म, फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम आदि पर अपने परिचितों और सगे संबंधियों को खास दिन या किसी फेस्टिवल की बधाई और शुभकामनाओं के मैसेजों का आदान प्रदान करते रहते हैं. अब बात करते हैं नवमी की.
गुरुवार सुबह से ही सोशल मीडिया पर कई लोगों के द्वारा नवमी त्योहार के बजाय रामनवमी का मैसेज भेजा गया. लेकिन जब यह गलती हमारे देश के ‘नेता’ करते हैं तो सोशल मीडिया के यूजर उन्हें (ट्रोल) करने में भी देर नहीं लगाते हैं. आज हम बात करेंगे उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी के नेता और साल 2022 में होने वाले विधान सभा चुनाव में वापसी के लिए ‘विजयी रथ यात्रा’ पर सवार पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की.
अखिलेश ने आज रथ पर ही सवार होकर सुबह-सुबह ही नवमी पर्व की बधाई देने के बजाय ट्वीट करते हुए रामनवमी की बधाई दे डाली. फिर क्या था सोशल मीडिया पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुरी तरह ‘घिर’ गए.
सैकड़ों यूजर्स ने उन्हें जवाब देते हुए ट्रोल किया. किसी यूजर ने उन्हें ‘ईद मुबारक लिखा तो किसी ने क्रिसमस की बधाई देते हुए उन पर कमेंट किया’. बाद में अखिलेश यादव ने अपनी गलती सुधारते हुए एक बार फिर ट्वीट किया और उसके बाद उस पर महानवमी की शुभकामनाएं दी.
गलती सुधारते हुए अखिलेश और आनंद शर्मा ने दोबारा ट्वीट किए, भाजपा ने बोला हमला
अखिलेश यादव के महानवमी पर रामनवमी की बधाई देने के ट्वीट पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने तंज कसा. विजयवर्गीय ने कहा कि हे राम, अपने आप को हिन्दू कहने वाले इन लोगों को रामनवमी और महानवमी में फर्क ही नहीं पता. भगवान राम इन्हें सद्बुद्धि दें.
भाजपा नेता अमित मालवीय ने कहा कि रामनवमी पर्व चैत्र मास में मनाया जाता है, शारदीय नवरात्रों में महानवमी होती है, जो मां दुर्गा की आराधना का दिन है, इसके बाद दशहरा, यानी जिस दिन भगवान राम रावण का वध करते हैं, आता है. उन्होंने कहा कि यही होता है जब कार सेवकों पर गोली चलाने वाले, चुनाव आते ही हिंदू बनने का ढोंग करने लगते हैं.
यह रही सपा प्रमुख अखिलेश यादव की बात अब शुरू करते हैं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा की. आनंद शर्मा ऐसे नेता है जो इन दिनों गांधी परिवार से नाराज चल रहे हैं. वे अपने ‘मुखर’ बयानों के लिए भी जाने जाते हैं. लेकिन आज वह महानवमी पर जल्दबाजी में गलती कर बैठे.
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने भी गुरुवार सुबह ट्वीट करते हुए देशवासियों को रामनवमी की शुभकामनाएं दे डाली. सोशल मीडिया पर जैसे ही उनका ट्वीट वायरल होने लगा फिर क्या था तमाम यूजर्स उन्हें भी ईद और क्रिसमस की बधाई देने लगे.
बाद में आनंद शर्मा ने भी अपने ट्वीट में सुधार किया. लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने काफी देर बात अपना ट्वीट हटाया. लेकिन जब तक सोशल मीडिया पर वह बुरी तरह ट्रोल हो चुके थे.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार