भाजपा ने रविवार को प्रवक्ता नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया. इससे पहले नुपुर की टिप्पणी के बाद उठे विवाद के बीच पार्टी की ओर से बयान जारी किया गया.
पार्टी ने सीधे तौर पर नुपुर शर्मा का नाम न लेते हुए कहा है कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धर्म या धार्मिक व्यक्ति के अपमान की कड़ी निंदा करती है.
दअरसल, भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने कुछ दिन पहले एक टीवी चैनल पर लाइव डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इसके बाद से कई मुस्लिम संगठन उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. भाजपा का यह बयान तब आया है जब नुपुर शर्मा के बयान के बाद कानपुर में हिंसा भड़की और भीड़ ने पथराव किया.
भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा की टिप्प्णी को लेकर उठे विवाद के बीच पार्टी महासचिव अरुण सिंह ने कहा, पार्टी किसी भी संप्रदाय या धर्म का अपमान करने वाली किसी भी विचारधारा के खिलाफ है. पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करती है. भाजपा ऐसे लोगों या विचारों को बढ़ावा नहीं देती है.
पार्टी की ओर से यह बयान इशारों-इशारों में ही जारी किया गया है. पार्टी महासचिव ने किसी भी घटना या व्यक्ति का जिक्र न करते हुए कहा, भारत के हजारों वर्षों के इतिहास में हर धर्म फला और फूला है. भारत का संविधान प्रत्येक नागरिक को अपनी पसंद के किसी भी धर्म का पालन करने और हर धर्म का सम्मान करने का अधिकार देता है. उन्होंने आगे कहा, भारत अपनी स्वतंत्रता के 75वें वर्ष का जश्न मना रहा है, हम भारत को एक महान देश बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जहां सभी लोग समान हैं. भारत की एकता और अखंडता के लिए प्रतिबद्ध हैं.
इन दिनों वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद मामले को लेकर देशभर में चर्चा छिड़ी हुई है. 27 मई को नुपुर एक नेशनल टेलीविजन न्यूज चैनल की डिबेट में पहुंचीं. बहस के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग हिंदू आस्था का लगातार मजाक उड़ा रहे हैं. अगर यही है तो वह भी दूसरे धर्मों का मजाक उड़ा सकती हैं.
नुपुर ने इसके आगे इस्लामी मान्यताओं का जिक्र किया. आरोप है कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अभद्र टिप्प्णी की. इस बयान को कथित फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया और नुपुर पर पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगाया.