कभी-कभी बहुत अधिक बोलना और लिखना भी भारी पड़ जाता है. हर बाजी (दांव-पेंच) आपके पक्ष में नहीं हो सकते हैं. विपक्ष को भी कभी कमजोर नहीं समझना चाहिए. आपने देखा होगा यह नेता कई समाचार चैनलों पर भाजपा का जोरदार तरीके से पक्ष रखते हैं.
इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी यह बहुत ‘एक्टिव’ रहते हैं. इनके निशाने पर ‘कांग्रेस के साथ गांधी परिवार भी रहता है’. ‘चैनलों में डिबेट के दौरान अगर कुछ कहना भूल गए या नहीं कह पाए तो ट्विटर के माध्यम से विपक्षी नेताओं को जवाब देते हैं’. बात को आगे बढ़ाने से पहले यह भी जान लेते हैं. वर्ष 2019 में उड़ीसा की पुरी सीट से भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़े थे लेकिन हार गए थे. उनको बीजू जनता दल के पिनाकी मिश्रा ने मात दी थी.
यहां हम आपको बता दें कि पुरी लोकसभा क्षेत्र में 96 फीसदी हिंदू आबादी है और यह खुद भी ब्राह्मण हैं और पुरी सीट भी ब्राह्मण बाहुल्य है इसके बावजूद यह भाजपा नेता जीत नहीं सके थे. सही मायने में इनको ‘जमीनी नेता’ नहीं माना जाता है बल्कि अपनी सियासत को चैनलों के ऑफिस और ट्विटर के सहारे ही चमकाने में जुटे हुए हैं. जी हां आज हम बात करेंगे भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा की.
आपने भी कई बार देखा होगा इनको चैनलों में विपक्षी नेताओं के साथ ‘दहाड़़ते’ हुए. ‘कई बार भाजपा प्रवक्ता पात्रा लाइव प्रसारण में भी बहस करते-करते बहुत आगे निकल जाते हैं’. डॉ संबित को पीएम मोदी और अमित शाह का करीबी भी माना जाता है. सोशल मीडिया पर पात्रा की पोस्ट भी काफी ‘सुर्खियोंं’ में रहती है.
लेकिन इस बार संबित पात्रा का सोशल मीडिया टि्वटर पर किया गया पोस्ट उनकी ही ‘किरकिरी’ करा गया. आइए अब आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है. बता दें कि संबित पात्रा ने टूलकिट को लेकर कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाते हुए 18 मई को एक ट्वीट किया था. ‘पात्रा ने दावा किया था कि कांग्रेस महामारी के समय ‘टूलकिट’ के जरिए विभिन्न माध्यमों से देश में भ्रम की स्थिति पैदा कर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रही है.
इसके साथ उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए लिखा कि दोस्तों महामारी के दौर में जरुरतमंदों की मदद के लिए जारी इस कांग्रेस टूलकिट पर गौर कीजिए ये मदद से ज्यादा इनकी पार्टी का प्रचार कार्यक्रम लगता है जो ये कुछ प्रभावशाली लोगों की मदद से चला रहे हैं, आप खुद कांग्रेस को पढ़ सकते हैं’. बीजेपी प्रवक्ता पात्रा का यह ट्वीट कांग्रेस पार्टी को नागवार गुजरा और उसने इसकी शिकायत पुलिस के साथ ट्विटर पर कर दी.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार