भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद वरुण गांधी ने गोडसे जिंदाबाद के नारे लगाने वालों पर तीखा निशाना साधते हुए कहा है कि ऐसे लोगों को सार्वजनिक रूप से शर्मसार किया जाना चाहिए.
राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी को उनकी 152वीं जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए वरुण गांधी ने ट्विटर पर उन यूजर्स की आलोचना की जो महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे की प्रशंसा में लगे हुए हैं और #नाथूराम_गोडस_जिंदाबाद ट्रेंड करा रहे हैं.
गांधी ने ट्वीट किया कि भारत हमेशा एक आध्यात्मिक महाशक्ति रहा है, लेकिन यह महात्मा हैं जिन्होंने हमारे देश के आध्यात्मिक आधार को अपने अस्तित्व के माध्यम से व्यक्त किया और हमें एक नैतिक अधिकार दिया जो आज भी हमारी सबसे बड़ी ताकत है. ‘गोडसे जिंदाबाद’ ट्वीट करने वाले देश को गैर-जिम्मेदाराना शर्मसार कर रहे हैं.
सुबह से ही #नाथूराम_गोडसे_जिंदाबाद टॉप ट्रेंड बना हुआ है. गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को गांधी की गोली मारकर हत्या की थी.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से महात्मा गांधी के शांति के संदेशों को याद रखने की अपील करने के साथ ही कहा कि दुनिया भर के लड़ाकों को अपने हथियार डाल देने चाहिए और मानवता के दुश्मन कोविड-19 महामारी को हराने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए न कि एक दूसरे को हराने पर.
गुतारेस ने 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर अपने संदेश में कहा कि यह संयोग नहीं है कि हम महात्मा गांधी के जन्मदिन पर अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाते हैं.
गांधी के लिए, अहिंसा, शांतिपूर्ण प्रदर्शन, गरिमा और समानता महज शब्द नहीं थे बल्कि मानवता के मार्गदर्शक थे, बेहतर भविष्य का खाका थे. अहिंसा, शांतिपूर्ण प्रदर्शन, गरिमा और समानता, आज के संकट के वक्त में भी समस्याओं से पार पाने का रास्ता दिखाते हैं.