बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने के संबंधी मामले की जांच अब लोकसभा की एक कमेटी करेगी. इससे भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
इस बारे में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने एक ट्वीट कर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का आभार माना है. सोशल मीडिया की अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि दानिश अली संबंधी केस की जांच लोकसभा सचिवालय की समिति को दी गई है.
निशिकांत दुबे ने कहा कि यह केवल इसलिए संभव हुआ है कि लोकसभा में भाजपा का बहुमत है. इससे पहले सदन में कई बार ऐसे मामले सामने आए थे लेकिन तब इस तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई थी. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि लोकसभा में 2006 में आरजेडी- जेडीयू- कांग्रेस का जूता और माइक से मारपीट , 2012 में सोनिया गांधी जी की मारपीट और 2014 में तेलंगाना बनने के समय फैटा फाइट व सांसद का घायल हो जाना, तब न तो कमेटी बनी और न ही सजा हुई.
हालांकि रमेश बिधूड़ी को राजस्थान के टोंक जिला का प्रभारी नियुक्त कर दिया था. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले, तृणमूल कांग्रेस की अपरूपा पोद्दार, द्रमुक सांसद कनिमोई और विपक्ष के कई अन्य सदस्यों ने बिरला को पत्र लिखकर बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. इन सांसदों ने मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने का भी आग्रह किया था.