अभी तक आपने कोरोना टेस्ट जांच के नाम पर अस्पतालों की जमकर धांधलीबाजी सुनी होगी लेकिन अब यही शिकायत और कोई नहीं भाजपा के सांसद कर रहे हैं.
यहां हम आपको बता दें कि सोमवार से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र से पहले केंद्र की मोदी सरकार ने सभी राजनीतिक दलों के सांसदों और मंत्रियों को संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए कोरोना जांच अनिवार्य कर दिया था.
इसी के तहत सांसदों की जांच कराई जा रही थी. लेकिन राजस्थान से भाजपा के सांसद हनुमान बेनीवाल की जांच हुई तो उनकी रिपोर्ट कहीं नेगेटिव तो कहीं पॉजिटिव आई है. इसके बाद संसद बेनीवाल ने भी आश्चर्य जताते हुए इस जांच पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब सांसद की ही कोरोना रिपोर्ट दो प्रकार की आ रही है, तब आम मरीज इस जांच में कैसे यकीन से कर सकते हैं?
एक ओर इस महामारी से पूरा देश दहशत में है दूसरी ओर हमारे डॉक्टरों ने कोरोना की आड़ में पैसा कमाने का जरिया बना लिया है.
अभी तक 18 सांसदों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है. अभी और कई सांसदों की रिपोर्ट आना बाकी है ? बता दें कि आज से संसद का मॉनसून सत्र शुरू हो गया है.
कोरोना संक्रमण की वजह से संसद में बेहद एहतियात बरता जा रहा है. संसद की कार्यवाही में सिर्फ वही सांसद हिस्सा ले रहे हैं जिनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है.
इसी सिलसिले में दिल्ली में सदन की कार्यवाही में शिरकत करने आ रहे सभी सांसदों का कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है.जिनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उनके नाम इस प्रकार हैं.
सांसदों में मीनाक्षी लेखी, प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, अनंत कुमार हेगड़े, सुखबीर सिंह, डॉ सुकान्ता मजूमदार, जी माधवी, प्रताप राव जाधव, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, हनुमान बेनीवाल, विद्युत वरन महतो, प्रदान बरुआ, एन रेडप्पा, सेल्वम जी, प्रताप राव पाटिल, रामशंकर कठेरिया, सत्यपाल सिंह, रोडमल नागर और लद्दाख से बीजेपी सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. वहीं सांसद हनुमान बेनीवाल ने कोरोना टेस्ट पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार