नई दिल्ली| दिल्ली में सार्वजनिक जगहों पर छठ के आयोजन पर केजरीवाल सरकार द्वारा रोक लगाए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उन पर हमलावर हो गई है.
दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी ने सीएम केजरीवाल के पर निशाना साधते हुए उनके लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया है.
दिल्ली में छठ पर रोक लगाने के लिए तिवारी ने केजरीवाल को ‘नमकहराम’ मुख्यमंत्री कहा है.
तिवारी ने कहा कि दिवाली के दिन केजरीवाल अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ लक्ष्मी पूजन कार्यक्रम शरीक हुए और इसका उन्होंने लाइव टेलिकास्ट किया. कोरोना का संकट इस कार्यक्रम पर भी था.
भाजपा नेता ने आगे कहा कि छठ पूजा के लिए केजरीवाल सरकार को गाइडलाइन जारी करनी चाहिए थी. छठ पूजा में एक व्यक्ति व्रत करता है और उसके साथ दो से तीन लोग होते हैं.
भाजपा सांसद ने कहा कि छठ के लिए 10 लोगों की अनुमति भी दी जा सकती है लेकिन उन्होंने इस पर रोक लगाकर पूर्वांचल एवं बिहार के लाखों भाइयों-बहनों की आस्था को ठेस पहुंचाई है.
उन्होंने कहा, ‘मैं जानता हूं आपके लिए छठी मैया की शक्ति,और हम लोगों की आस्था का कोई महत्व नहीं, फिर भी दुःखी मन से पूछता हूं ये आपकी कैसी राजनीति?’
भाजपा नेता ने कहा कि केजरीवाल को कोई बताए कि छठ पूछा छत पर नहीं बल्कि नदियों एवं तालाबों के किनारे होती है.
तिवारी ने पूछा कि दिल्ली में साप्ताहिक बाजार खुले हुए हैं, यहां तक कि राजधानी के रेस्तरां को 24 घंटे खोलने की छूट दे दी गई है, क्या इससे कोरोना नहीं फैलेगा.
भाजपा के दिल्ली इकाई के उपाध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार अगले 24 घंटे के अंदर अपने ‘तुगलकी फरमान’ को वापस ले ले, नहीं तो पूर्वांचल के लोग इसे उचित समय पर सबक सिखाएंगे.
सिंह ने सवाल किया कि केजरीवाल सरकार ने साप्ताहिक बाजारों, मॉलों और शराब की दुकानों को खोल दिया है और पूरी क्षमता के साथ डीटीसी बसों को चलाने की अनुमति दी है तो वह छठ महापर्व को प्रतिबंधित कर पूर्वांचल के लाखों लोगों के साथ भेदभाव क्यों कर रहे हैं.