भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा है. राहुल ने सोमवार को कथित रूप से कहा कि कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की मांग करने वाले पार्टी के करीब दो दर्जन नेता भाजपा के साथ ‘मिलकर काम कर रहे हैं हैं.’
राहुल के इस बयान पर पटलवार करते हुए भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव ने कहा कि कांग्रेस नेता भगवा पार्टी से ‘आसक्त’ हो गए हैं. यादव ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी से राहुल गांधी इस तरह आसक्त हो गए हैं कि वह अपने वरिष्ठ नेताओं को भाजपा के साथ ‘मिलकर’ काम करते हुए देखने लगे हैं.
किसी ने ठीक ही कहा है कि जब विनाश का समय नजदीक आ जाता है तो दिमाग काम करना बंद कर देता है.’
बता दें कि सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी ने कथित रूप से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की भूमिका पर सवाल उठाए. राहुल ने कथित रूप से कहा कि पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन की मांग करते हुए जिन नेताओं ने चिट्ठी लिखी है, वे भाजपा के साथ ‘मिलकर’ काम कर रहे हैं.
हालांकि, कांग्रेस ने इस बात का खंडन किया और कहा कि राहुल ने बैठक में इस तरह का बयान नहीं दिया. इसके बाद भाजपा की तरफ से यह प्रतिक्रिया आई.
राहुल के इस कथित बयान का जिक्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने अपने एक ट्वीट में किया. हालांकि, सिब्बल ने बाद में अपना ट्वीट हटा लिया. वरिष्ठ नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने ‘व्यक्तिगत’ तौर पर बताया कि उन्होंने इस तरह का बयान नहीं दिया है. वहीं, कांग्रेस में दशकों तक रहे भाजपा नेता टॉम वडक्कन ने कहा, ‘दर्पण में दरार आ गई है.
एक बार दर्पण में दरार आ जाने के बाद इसे जोड़ा नहीं जा सकता. आपको उसे बाहर फेंकना पड़ता है.’ वडक्कन पिछले साल भाजपा में शामिल हुए. वह गांधी परिवार के करीबी भी रह चुके हैं.
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के ये वरिष्ठ नेता पार्टी में जन्मे नहीं हैं लेकिन वे पार्टी में रहे हैं.उन्होंने केवल बेहतरी के लिए सुझाव दिए और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव की मांग की है.उनकी मांग है कि एक ऐसा नेता हो जो पार्टी के लिए 24 घंटे उपलब्ध हो.
‘राहुल का बयान कांग्रेस की तरफ से खारिज होने पर वडक्कन ने दावा किया कि ऐसा ‘सोच विचारकर’ किया गया.उन्होंने कहा, ‘राहुल का मानना है कि यदि आप उनके साथ नहीं हैं तो आप भाजपा के साथ हैं.’