धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के शुक्रवार देर शाम अचानक इस्तीफा देने के बाद उत्तराखंड से लेकर राजधानी दिल्ली तक भाजपा खेमे में हलचल बढ़ा दी थी.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शाम 7 बजे जब अपनी कैबिनेट की बैठक कर रहे थे उसी दौरान हरक सिंह रावत नाराज होकर चले गए थे. बाद में उनके इस्तीफा देने की खबर आई थी. वहीं भाजपा के रायपुर से विधायक उमेश शर्मा काऊ ने भी इस्तीफा दे दिया था.
इन दोनों भाजपा नेताओं के बगावती तेवरों को लेकर शुक्रवार पूरी रात भाजपा नेताओं ने इन्हें दोबारा पार्टी में जाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा लिया.
लेकिन बताया जा रहा है कि हरक सिंह रावत ने अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया था. फिर भी ऐसी खबर है कि दिल्ली से गृह मंत्री अमित शाह से हुई बातचीत के बाद हरक सिंह रावत अब मान गए हैं.
वहीं विधायक उमेश शर्मा की भी नाराजगी दूर हो गई है. इसके बाद धामी सरकार को राहत मिली है। हरक सिंह रावत और उमेश शर्मा को मनाने में गृहमंत्री अमित शाह की प्रमुख भूमिका रही है.
शनिवार को उत्तराखंड भाजपा ने दावा किया है कि पार्टी में शुक्रवार देर रात मचे घमासान का पटाक्षेप हो गया है.
कैबिनेट बैठक में इस्तीफा देने की घोषणा करने वाले वन और पर्यावरण मंत्री हरक सिंह को मना लिया गया है. इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व को दखल देना पड़ा.
हालांकि हरक सिंह की तरफ से इस बारे में अब तक कुछ नहीं कहा गया है. वे इस्तीफे की घोषणा करने के बाद से किसी अज्ञात स्थान पर हैं और उनका फोन भी बंद है.
वहीं इस मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के अनुसार हरक सिंह रावत नाराज नहीं हैं और इस्तीफे का सवाल ही नहीं बनता.
विधायक उमेश शर्मा काऊ ने भी इस बात का दावा किया है. उन्होंने कहा कि कोटद्वार में मेडिकल कालेज के लिए जल्द शासनादेश जारी होगा.
वहीं भाजपा के सांसद और पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी दावा किया है कि अब हरक सिंह रावत और विधायक उमेश शर्मा की नाराजगी दूर हो गई है.
शंभू नाथ गौतम