नई दिल्ली| लोकसभा की कार्यवाही पर हर किसी की नजर टिकी होगी तो उसके पीछे वजह भी है.राष्ट्रपति के अभिभाषण प्रस्ताव पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बहस का हिस्सा बनने वाले हैं को ऐसी संभावना है कि पीएम भी आज अभिभाषण प्रस्ताव पर जवाब देंगे.
राष्ट्रपति ने कहा था कि उनकी सरकार ने आपदा के समय में समाज के हर तबकों के लिए बेहतर काम करने की कोशिश की है. इसके साथ ही किसान आंदोलन का खास जिक्र करते हुए कहा कि सरकार अन्नदाताओं के साथ है. अगर किसी संगठन तो आपत्ति है तो वो वार्ता के टेबल पर आए.
बीजेपी ने अपने सभी लोकसभा सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया है. व्हिप में सभी सांसदों को लोकसभा में अनिवार्य रूप से मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं.बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब दे सकते हैं. इससे पहले राज्यसभा में उन्होंने जवाब देते हुए कहा था कि लोकतंत्र में हर किसी को विरोध दर्ज कराने का अधिकार है.लेकिन हमें यह देखना होगा कि वो विरोध देश के खिलाफ तो नहीं है।
राज्यसभा में पीएम मोदी ने कहा था कि उन्होंने सभी लोगों ने बुद्धिजीवी, श्रमजीवी के बारे में जरूर सुना होगा. लेकिन इस समय आंदोलनजीवी पैदा हो गए हैं जो दूसरों के आंदोलनों में जाकर बैठ जाते हैं और वो एक तरह से परजीवी हैं. उन्होंने कहा कि विरोध करने से कौन रोक रहा है. लेकिन जिस तरह से फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आइडियोलॉजी का सहारा लिए जाने की खबरें आ रही हैं उससे साफ पता चलता है कि आंदोलन किस तरह से अपने मकसद से भटक जाते हैं.