हमारे देश का अन्नदाता इस उम्मीद के साथ सर्द रातों में दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं कि एक न एक दिन केंद्र सरकार जरूर हमारी मांगों को मान लेगी. मोदी सरकार भी किसानों को नाराज करना नहीं चाहती है लेकिन किसान विधेयक को वापस भी न लेने पर अड़ी हुई है.
केंद्र सरकार के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर रोजाना प्रदर्शन कर रहे किसानों को समझाने में लगे हुए हैं लेकिन अन्नदाता अब सरकार से लड़ाई के मूड में आ चुका है. दूसरी ओर पीएम मोदी ने भी पिछले 24 दिनों में लगभग 15 दिन किसी न किसी कार्यक्रम में संबोधित करते हुए दिल्ली में मौजूद किसानों और कृषि कानून के बारे में चर्चा जरूर की है लेकिन उसके बावजूद भी वे राजधानी में मौजूद किसानों को मना नहीं पाए हैं.
पीएम मोदी किसानों को भड़काने में विपक्ष का हाथ बता रहे हैं. मोदी इस बात को अपने हर एक भाषण में कहते हुए दिख जाएंगे . इस बार भाजपा सरकार का देश में कृषि कानून लागू करना अभी तक उल्टा दांव पड़ता दिखाई दे रहा है.
हालांकि इस सबके बीच पीएम मोदी ने किसानों को ये भी भरोसा दिया है कि किसी भी हाल में ‘एमएसपी’ खत्म नहीं होगी और न ही मंडियां खत्म होने वाली हैं. दूसरी ओर विपक्ष इसको लेकर सरकार पर हमलावर है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार