उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर तीनों पार्टियों ने अपने-अपने दावे पेश करना शुरू कर दिए हैं. राज्य मेंं कांग्रेस के नए बदलाव पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ‘मदन कौशिक ने कहा कि पार्टी के पास कोई चेहरा नहीं है, पुराने नेताओं को ही अदल-बदल कर वह आगे बढ़ रही है.
कौशिक ने कहा कि इन साढ़े चार सालों में कांग्रेस ने राज्य के विकास कार्य में अपनी भागीदारी नहीं की है. साथ ही कोरोना संकट काल के दौरान कांग्रेस ने लोगों की भलाई के लिए कोई काम नहीं किया’. वहीं आम आदमी पार्टी भी राज्य की सियासत में खूब बढ़ चढ़कर सक्रिय हो गई है.
इसी वजह से सीएम अरविंद केजरीवाल से लेकर मनीष सिसोदिया तक पहाड़ी राज्य का दौरा कर चुके हैं. केजरीवाल की तरफ से सरकार आने पर लोगों को ‘फ्री बिजली’ का एलान भी किया गया है . पार्टी में कर्नल अजय कोठियाल को सीएम चेहरा बनाने पर सहमति बनती दिख रही है.
पिछले दिनों रुड़की आए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनोज सिसोदिया ने अजय कोठियाल को चुनाव में सीएम चेहरा घोषित करने के संकेत दे गए. बता दें कि कोठियाल भी उत्तराखंड में युवाओं के बीच लोकप्रिय माने जाते हैं. ‘मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कई बार भाजपा और कांग्रेस पर पिछले 20 सालों से उत्तराखंड में विकास कार्य कराने को लेकर आरोप लगा चुके हैं’.
आम आदमी पार्टी जरूर अपना मुकाबला भाजपा से मान रही है, लेकिन कांग्रेस के नेता विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा को ही अपना प्रतिद्वंदी मान रहे हैं. कांग्रेस के नेता लगातार भाजपा पर मुख्यमंत्री बदलने को लेकर ‘तंज’ कस रहे हैं. ‘उत्तराखंड में कांग्रेस के नए नेता प्रतिपक्ष बने प्रीतम सिंह ने बताया कि भाजपा को अपना घर संभालना चाहिए, चार साल में उन्होंने प्रदेश को तीन मुख्यमंत्री देने के आलावा कोई कार्य नहीं किया है और जनता उनको हटाने का मन बना चुकी है’.
साल 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी युवा चेहरों पर ही दांव लगाने के लिए मैदान में कूद पड़ी हैं. इसके साथ भाजपा को अपनी सत्ता बचाने तो कांग्रेस को वापसी और अरविंद केजरीवाल के लिए देवभूमि में आम आदमी पार्टी को स्थापित करने के लिए चुनौती होगी.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार