आज भाजपा के लिए खास दिन है. पार्टी के नेताओं की बहुत दिनों बाद ‘बुलंद आवाज’ सुनाई दी. पिछले कुछ महीनों से केंद्र सरकार वैश्विक महामारी से लगे ग्रहण से ‘सहमी’ थी. लेकिन आज प्रधानमंत्री और भाजपा के अध्यक्ष ने अपने संबोधन के दौरान पार्टी की आगे की ‘रणनीति’ भी तय कर दी. देश में जैसे-जैसे कोरोना केस कम होते जा रहे हैं वैसे ही भाजपा भी अपनी ‘रंगत’ में आती जा रही है. ‘महामारी से बिगड़ी व्यवस्था के बाद विपक्षी दलों के निशाने पर रही केंद्र सरकार अब उभरने लगी है’. आज मोदी सरकार के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है .
30 मई साल 2019 में नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार प्रधानमंत्री की कमान संभाली थी. केंद्र की सत्ता में 7 वर्ष पूरा करने के बाद पीएम मोदी से लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के संबोधन ने संकेत दे दिए हैं कि अब भाजपा विरोधी दलों के साथ देशवासियों को भी जवाब देने के लिए तैयार है. पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ में कहा कि दुनिया ने ऐसी महामारी 100 साल के बाद देखी है लेकिन भारत ने दृढ़ता के साथ इस लड़ाई के खिलाफ मोर्चा संभाला.
पीएम ने यह भी कहा कि दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन सप्लाई की मांग बहुत ज्यादा बढ़ गई थी, जिसके बाद अब ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर तेजी से काम हो रहा है . मोदी ने कहा कि हमने पहली लहर में भी पूरे हौंसले के साथ लड़ाई लड़ी थी, इस बार भी वायरस के खिलाफ चल रही लड़ाई में भारत विजयी होगा. मन की बात मेंं प्रधानमंत्री ने महामारी, चक्रवात तौकते और यास का भी जिक्र किया.
उन्होंने कहा कि देश की जनता इनसे पूरी ताकत के साथ लड़ रही है. पीएम मोदी ने कहा कि अब भारत दूसरे देशों की सोच और उनके दबाव में नहीं, अपने संकल्प से चलता है. प्रधानमंत्री ने मन की बात में कहा कि आज हमारी सरकार को सात साल पूरे हो गए हैं, इन सालों में देश सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र पर चला है. सही मायने में आज नरेंद्र मोदी ने मन की बात से एक बार फिर अपने इरादे जता दिया है कि अब भाजपा एक बार फिर मैदान में ‘गरजने’ के लिए तैयार है.