देश ही नहीं बल्कि दुनिया में बिहार ऐसा राज्य है जहां कोरोना संकटकाल में पहले चुनाव आयोजित किए गए थे. विधानसभा चुनाव सकुशल कराने के बाद इस राज्य ने दुनिया भर का ध्यान अपनी ओर खींचा था, चुनावी प्रबंधन को लेकर बिहार की सराहना भी हुई थी.
हम आपको बता दें कि बिहार की जनसंख्या विशेष तौर पर पिछड़े-ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता न होने के बाद किसी को भी अंदाजा नहीं था कि यहां इस महामारी के बीच चुनाव का प्रबंधन इतना सही हो सकेगा.
गौरतलब हैैै कि अक्टूबर-नवंबर 2020 में 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा का चुनाव सफलतापूर्वक कराने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कार्य पद्धति की सराहना की थी. प्रशासन ने 7.3 करोड़ मतदाताओं के लिए 1.06 लाख से अधिक मतदान केंद्र बनाए.
अब आपको बताते हैं चुनाव के दौरान प्रशासन ने क्या किए थे प्रबंध. मतदान और सुरक्षा कर्मियों के लिए 18 लाख फेस शील्ड, 70 लाख मास्क, 5.4 लाख सिंगल यूज रबर के दस्ताने खरीदे थे और मतदाताओं के लिए 7.21 करोड़ एक हाथ से इस्तेमाल होने वाले पॉलिथीन दस्ताने खरीदे थे.
मतदान केंद्रों पर थर्मल स्कैनिंग के लिए एएनएम, पैरामेडिक्स और आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया. मतदान के दिन दो बार कचरे को इकट्ठा करने के लिए ट्रकों की व्यवस्था की गई. अपशिष्ट पदार्थ मानक प्रोटोकॉल के अनुसार निकटतम नियत स्वास्थ्य सुविधा वाली जगहों पर जमा किए गए थे.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार