बलूचिस्तान में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) परियोजना को लेकर चिंता बढ़ गई है, क्योंकि बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को निशाना बनाने की धमकी दी है। BLA पहले भी CPEC परियोजनाओं और चीनी नागरिकों पर हमले कर चुकी है, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा खतरे में आ गई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में एक ट्रेन हाईजैकिंग की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे कायरतापूर्ण कृत्य बताया और कहा कि यह पाकिस्तान की शांति की प्रतिबद्धता को प्रभावित नहीं करेगा।
CPEC, जो पाकिस्तान और चीन के बीच एक महत्वपूर्ण आर्थिक गलियारा है, स्थानीय बलूच लोगों के बीच असंतोष का कारण बना हुआ है। BLA का मानना है कि बलूचिस्तान की संसाधनों पर स्थानीय लोगों का अधिकार होना चाहिए, और वे इन परियोजनाओं के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं।
इस स्थिति के बीच, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पाकिस्तान से CPEC परियोजनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने का आग्रह किया। पाकिस्तान ने आश्वासन दिया है कि वह इन परियोजनाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देगा। दोनों देशों के नेताओं ने CPEC की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया है।