आज बात होगी लाल किले में 26 जनवरी को हिंसा मामले की. अभी कुछ दिन पहले दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 26 जनवरी हिंसा मामले में कोर्ट में एक आरोपपत्र दायर किया था, इस पर कोर्ट 28 मई को संज्ञान लेगा.
सूत्रों से मिली खबरों के मुताबिक चार्जशीट में पुलिस ने कई बड़े खुलासे किए है कि 26 जनवरी को लाल किले में किसान सोची समझी साजिश के तहत दाखिल हुए थे और लाल किले पर कब्जा करके लाल किले को नया प्रोटेस्ट साइट बनाना इनका मकसद था.
इतना ही नहीं 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके को बेहद सोच समझकर चुना गया, जिससे देश और विदेश में सरकार की किरकिरी हो और सरकार को शर्मिंदा किया जा सके. दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में लिखा है कि लाल किले में तिरंगा झंडा उतारकर निशान साहब और किसान झंडा फहराने वाले आरोपियों को बड़ी रकम देने का वायदा भी किया गया था.
चार्जशीट के मुताबिक, 26 जनवरी को लाल किले पर हुई साजिश साल 2020 के नवंबर और दिसंबर महीने में रची गयी थी. जिसके लिए पंजाब और हरियाणा से बड़ी संख्या में ट्रैक्टर खरीदे गए. दिल्ली पुलिस ने पंजाब और हरियाणा में ट्रैक्टर की खरीद फरोख्त के डेटा को भी चार्जशीट का हिस्सा बनाया है.
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक, कोर्ट में दायर चार्जशीट में जिक्र किया गया है कि लाल किले में तिरंगा झंडा उतारकर कोई अन्य झंडा या किसान झंडा फहराने वाले आरोपियों को मोटी रकम भी देने का वायदा किया गया था. इसके लिए भारत देश के विरुद्ध काम करने वाली सिख फ़ॉर जस्टिस नाम की संस्था और उसके प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा करोड़ों रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
इसके साथ ही किसानों आंदोलन के दौरान कई ऐसे असामाजिक लोग अक्सर ऐसा ऐलान कर रहे थे. दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार एक आरोपी की बेटी के इंटरस्पेट कॉल को भी चार्जशीट में शामिल किया है जिसमें बेटी बोल रही है कि पापा को 50 लाख मिलने वाले हैं, लिहाजा इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कई सबूतों को इकठ्ठा किया गया और उसे चार्जशीट में शामिल किया गया है.
चार्जशीट के मुताबिक, इस उग्र हिंसा की सक्रिप्ट बहुत पहले ही लिखी जा चुकी थी. सूत्रों के मुताबिक, 26 जनवरी को लाल किला हिंसा की साजिश नवम्बर/दिसम्बर 2020 में रची जा चुकी थी. इसके लिए बड़े पैमाने पर पंजाब और हरियाणा में ट्रैक्टर और काफी सामानों की खरीदारी हुई थी. दिल्ली पुलिस ने पंजाब में बाकायदा ट्रैक्टर की बढ़ती खरीद फरोख्त के डेटा को भी चार्जशीट का हिस्सा बनाया है.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, नवम्बर 2020 में जहां 43 परसेंट ट्रैक्टर की खरीद बढ़ी थी, तो दिसम्बर में ये 94 परसेंट तक बढ़ गई थी. हरियाणा में भी किसान बिल आने के बाद ट्रैक्टर की खरीद बढ़ी थी. लिहाजा इस मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच की टीम ने काफी विस्तार से इस मामले की तफ़्तीश करके आरोपपत्र तैयार किया है.