यह भी कहा जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 90 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकता है. ऐसे में पेट्रोल-डीजल में अभी और इजाफा होना तय है. बता दें कि विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमत के आधार पर पेट्रोल और डीजल की कीमत प्रतिदिन अपडेट की जाती है.
ऑयल मार्केटिंग कंपनियां कीमतों की समीक्षा के बाद रोज पेट्रोल और डीजल के दाम तय करती हैं. इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम तेल कंपनियां हर दिन सुबह विभिन्न शहरों की पेट्रोल और डीजल की कीमतों की जानकारी अपडेट करती हैं. इसके अलावा खाना बनाने के रूप में उपयोग होने वाला घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में उछाल आया है.
वर्तमान समय में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत एक हजार के पार हो गया है. गैस की कीमत अधिक होने से उज्जवला योजना के लाभार्थी गैस सिलेंडर छोड़ने लगे हैं. बता दें कि राज्यों में पेट्रोल और डीजल के भाव में अंतर केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा लगाए टैक्स एवं ढुलाई के दाम की वजह से अलग अलग होता है.
10 से 15 हजार रुपये नौकरी करने वालों के लिए पेट्रोल और डीजल भरवाना इन दोनों काफी मुश्किल हो रहा है. पेट्रोल-डीजल के बढ़ते रेट की वजह से दैनिक उपभोग की वस्तुओं के कीमतों में भी बढ़ोतरी होनी शुरू हो गई है. इसके अलावा रबी की फसल की तैयारियों के मद्देनजर किसानों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. फिलहाल तेल कंपनियां जो संकेत दे रही हैं उससे लगता नहीं है कि जल्द पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में गिरावट आएगी.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार