रेप के आरोपी भगोड़े बाबा नित्यानंद ने अपना केंद्रीय बैंक और उसकी करेंसी लॉन्च कर दी है. उसने इस बैंक का नाम रिजर्व बैंक ऑफ कैलासा रखा है. ये बैंक भगोड़े बाबा के अपने घोषित देश कैलासा में होगा. इस भगोड़े बाबा की देश की जांच एजेंसियां तलाश कर रही हैं.
इससे पहले एक ऑनलाइन वीडियो में बाबा नित्यानंद ने ऐलान किया था कि वह आधिकारिक तौर पर 22 अगस्त को रिजर्व बैंक ऑफ कैलासा की करेंसी लॉन्च करेगा. नित्यानंद ने ये भी बताया था कि इसे लेकर एक देश के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर भी हो चुके हैं.
नित्यानंद ने तीन दिन पहले वायरल वीडियो में कहा था कि उसके केंद्रीय बैंक का कामकाज पूरी तरह कानूनी है. साथ ही बताया था कि उसने रिजर्व बैंक ऑफ कैलासा की आर्थिक नीति भी तैयार कर ली है. उसने वीडियो में कहा कि 300 पेज के दस्तावेज में उसके केंद्रीय बैंक की आर्थिक नीति तैयार कर ली गई है.
साथ ही उसका केंद्रीय बैंक करेंसी और आर्थिक रणनीति के साथ तैयार है. उसने दावा किया है कि करेंसी का देश के भीतर इस्तेमाल और बाहरी दुनिया से इस करेंसी के जरिये लेनदेन पूरी तरह से वैध होगा. इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है.
भगोड़े बाबा ने बताया कि उसके रिजर्व बैंक की मेजबानी करने वाले देश के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हो गए हैं. बता दें कि रेप के आरोपी बाबा नित्यानंद की एक वीडियो पिछले साल भी वायरल हुई थी, जब उसने अपने देश कैलासा की स्थापना की घोषणा की थी. हाालंकि, इसकी लोकेशन को लेकर संदेह है. कैलासा की वेबसाइट के मुताबिक, यह देश बिना किसी सीमा के दुनिया भर से आए बेदखल हो चुके हिंदुओं का होगा, जिन्होंने अपने देश में प्रमाणिक तौर पर हिंदू धर्म का पालन करने का अधिकार खो दिया है.
नित्यानंद पर युवतियों को बंधक बनाने, अपहरण और रेप के आरोप हैं. मूल रूप से तमिलनाडु के ढोंगी बाबा नित्यानंद के अहमदाबाद और बेंगलुरु समेत देश के कई शहरों में आश्रम थे. अहमदाबाद के आश्रम से कई लड़कियां गायब हुईं तो नित्यानंद पर उंगली उठने लगीं. कर्नाटक के एक परिवार ने नित्यानंद पर बेटियों को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने के आरोप लगाए. शिकायत किए जाने पर कार्रवाई शुरू हो गई, लेकिन न तो नित्यानंद का ही कुछ पता चला और न ही दोनों सगी बहनें मिलीं. पुलिस ने अक्टूबर 2019 में उसके देश छोड़कर भाग जाने की जानकारी दी.
साभार-न्यूज़ 18