क्राइस्टचर्च|…… अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज एलीसा हीली के शानदार शतक के बाद अपने गेंदबाजों की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने क्राइस्टचर्च के हेगले ओवल में खेले गए फाइनल मुकाबले में इंग्लैड को 71 रनों से हराकर सातवीं बार महिला विश्व कप खिताब अपने नाम कर लिया है.
ऑस्ट्रेलिया की ओर से रखे गए 357 रनों के विशाल लक्ष्य के सामने इंग्लैंड की पूरी टीम 285 रन पर ढेर हो गई. इंग्लैंड की ओर से नताली सिवर ने सबसे ज्यादा नाबाद 148 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया की ओर से जेस जोनासेन और अलाना किंग ने 3-3 विकेट चकटाए.
इससे पहले एलीसा हीली के 170 रन की पारी के दम पर आस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ 5 विकेट पर 356 रन का विशाल स्कोर बनाया. हीली को 41 रन के निजी योग पर जीवनदान मिला जिसका उन्होंने पूरा फायदा उठाया. उन्होंने अपनी पारी में 138 गेंदों पर 26 चौके लगाए.
हीली ने पुरुष एवं महिला विश्व कप के फाइनल में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर का नया रिकॉर्ड भी बनाया. उनके बाद एडम गिलक्रिस्ट (149, विश्व कप 2007), रिकी पोंटिंग (140, विश्व कप 2003) और विव रिचर्ड्स (138, विश्व कप 1979) का नंबर आता है.
हीली का उनकी सलामी जोड़ीदार रेचेल हेंस (93 गेंदों पर 68) और बेथ मूनी (47 गेंदों पर 62) ने उनका अच्छा साथ दिया जिससे ऑस्ट्रेलिया महिला विश्व कप फाइनल में सर्वाधिक स्कोर का रिकॉर्ड बनाने में सफल रहा. यह पुरुष और महिला विश्व कप फाइनल में दूसरा बड़ा स्कोर है. ऑस्ट्रेलियाई पुरुष टीम ने विश्व कप 2003 के फाइनल में भारत के खिलाफ दो विकेट पर 359 रन बनाए थे.
दोनों टीमें 34 साल बाद आईसीसी विश्व कप के फाइनल में आमने सामने थीं. इससे पहले दोनों की भिड़ंत साल 1988 विश्व कप के फाइनल में हुई थी. ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम सातवीं बार फाइनल खेलने उतरी थीं वहीं इंग्लैंड की टीम छठी बार फाइनल में पहुची थी. मौजूदा विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया की टीम बिना कोई मैच गंवाए फाइनल का सफर तय किया था जबकि इंग्लैंड को लीग स्टेज पर खेले गए 7 में से 3 मैचों में हार का सामना करना पड़ा था.
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की टीम 6 बार विश्व चैंपियन बन चुकी थी जबकि इंग्लैंड ने तीन बार इस खिताब पर कब्जा जमाया था. महिला वनडे की बात करें तो दोनों टीमें इससे पहले 82 बार टकराई थीं, जहां 56 मैचों में कंगारू टीम ने बाजी मारी थी वहीं इंग्लैंड ने 22 वनडे जीता था. एक मुकाबला बेनतीजा रहा था. इस फाइनल से पहले महिला वनडे विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच 18 बार भिड़ंत हुई थी जहां, 12 बार ऑस्ट्रेलिया जीता था वहीं 4 बार इंग्लैंड को जीत नसीब हुई थी. एक मुकाबला बेनतीजा रहा था.