नैनीताल के पूर्व विधायक और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के पुत्र संजीव आर्य पर बीते रोज हुए हमले से कांग्रेस में काफी नाराजगी है. कांग्रेस ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से इस मामले की जांच और कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि राज्य के होनहार नेता और नैनीताल के पूर्व विधायक संजीव पर घातक हमला और हमलावर के पास घातक प्रहार करने वाला औजार पाये जाने के समाचार के बाद मैं बहुत चिंतित हूं.
सार्वजनिक जीवन के लोगों की सुरक्षा, राज्य का दायित्व है. रावत ने कहा कि काशीपुर में चुनाव से पहले खुद वो भी इसी प्रकार के घातक हमले का शिकार होते होते बचे. बाजपुर में संजीव के पिता और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य पर भी हमला हो चुका है.
राज्य में राजनीतिक विरोधियों के प्रति असहिष्णुता का वातावरण व रवैया चिंताजनक है. मुख्यमंत्री को स्वयं हस्तक्षेप कर पुलिस प्रशासन को आवश्यक निर्देश देने चाहिए ताकि राज्य में सौहार्द का वातावरण बन सके.
प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा कि संजीव पर हमला भाजपा सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है. भगवान का शुक्र है कि कोई अनहोनी नहीं हुई. इस मामले की निष्पक्ष जांच और जल्द कार्रवाई भी होनी चाहिए.
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि यह बेहद निंदनीय घटना है. यह हमला लोकतंत्र की मर्यादा पर हमला है. उत्तराखंड पुलिस को इस मामले की जांच करनी चाहिए कि सुरक्षा में किस स्तर पर कमी रही?
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी सरकार पर सवाल उठाया. कहा कि विपक्ष पर हमले लोकतंत्र पर हमले हैं. विपक्षी नेताओं पर हमले की घटनाएं प्रशासन की कार्यशैली भी पर प्रश्न उठाता है. इस मामले की जल्द से जल्द जांच होनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
प्रदेश संगठन मंत्री मथुरादत्त जोशी ने भी इस घटना की निंदा की. कहा कि सरकार को तत्काल इसकी निष्पक्ष जांच करानी चाहिए. एक जनप्रतिनिधि पर इस प्रकार हमले हो सकते हैं तो फिर आम आदमी की बिसात ही क्या? यह सीधा सीधा भाजपा सरकार की नेकनीयती पर भी सवाल है.
साभार-लाइव हिंदुस्तान