दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल रविवार 15 सितम्बर को उत्तराखंड के एक दिनी दौरे पर हैं. वहीं कहा जा रहा है तीसरी बार उत्तराखंड के दौरे पर आ रहे आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बेरोजगारी के मुद्दे पर प्रहार कर सकते हैं. रविवार को उनका कुमाऊं क्षेत्र का पहला दौरा है. इससे पहले वह दो बार देहरादून आ चुके हैं.
केजरीवाल सुबह करीब 11 बजे 45 मिनट पर पतंनगर एयरपोर्ट पर पहुंचे. यहां कर्नल (रिटा.) अजय कोठियान सहित अन्य आप नेताओं ने उनका स्वागत किया.
एयरपोर्ट पर समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया और खूब नारेबाजी भी की. इसके बाद केजरीवाल एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से हल्द्वानी के लिए रवाना हो गए. इसके बाद वह काठगोदाम स्थित सर्किट हाउस पहुंचे. यहां कुछ देर रुकने के बाद वाटिका बैंकट हॉल के लिए रवाना हो गए. यहां वह कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे और इसके बाद तिरंगा यात्रा में शामिल होंगे.
हल्द्वानी दौरे के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बड़ा चुनावी वादा किया. आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड के लिए रोजगार को लेकर वादा किया है. वादे के मुताबिक, हर घर रोज़गार होगा. सरकार बनने के 6 महीने में 1 लाख सरकारी नौकरियां दी जाएंगी. रोजगार मिलने तक हर महीने 5000 रुपये भत्ता दिया जाएगा. नौकरियों में उत्तराखंड़ियों को 80% आरक्षण मिलेगा.
उन्होंने कहा कि यह प्लान उत्तराखंड के लोगों के साथ मिलकर बनाया गया है. प्लान का पहला बिंदु पिछले दिनों आपके सामने रखा था बिजली के बारे में. जैसे हमने दिल्ली में करके दिखाया कि लगभग 73 फ़ीसदी लोगों को मुफ्त बिजली मिली. ऐसे ही उत्तराखंड में 24 घंटे बिजली देंगे 300 यूनिट बिजली सरकार बनने पर देंगे.
केजरीवाल ने कहा, “आज देवभूमि में युवाओं का दर्द के बारे में बात करने आया हूं. उत्तराखंड के युवा को जब भी अवसर मिला उसने गजब का काम करके दिखाया, लेकिन पिछले 21 सालों में इन्होंने जैसी दुर्दशा उत्तराखंड की है वैसे ही युवाओं की दुर्दशा की. अवसर के अभाव में युवाओं को अपना घर बार छोड़कर जाना पड़ता है. कोई अपना घर नहीं छोड़ना चाहता सब अपने घर अपने गांव में रहना चाहते हैं. आज उत्तराखंड की सबसे बड़ी समस्या युवाओं का पलायन बन गई है.
आज उत्तराखंड के युवा बहुत ज्यादा दुखी है. हर युवा को रोजगार चाहिए वह भीख नहीं मांग रहा है यह उसका अधिकार है. यह हो सकता है अगर अच्छी नियत वाली सरकार हो. केजरीवाल ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर आप भाजपा को वोट दोगे तो हर महीने एक मुख्यमंत्री मिलेगा और अगर आप आम आदमी पार्टी को वोट देंगे तो 5 साल का स्थाई मुख्यमंत्री मिलेगा, जो आपके बच्चों को रोजगार देगा.
रोजगार मुहैया कराने के लिए केजरीवाल की 6 घोषणा
- AAP की सरकार बनने पर हर बेरोजगार को रोजगार
- जब रोजगार नहीं मिलेगा तब तक 5,000 रुपये महीना भत्ता मिलेगा
- सरकार और प्राइवेट में 80% नौकरी उत्तराखण्ड के लोगों के लिए आरक्षित
- सरकार बनने के 6 महीने के अंदर एक लाख 1 लाख नौकरी तैयार होंगी
- जैसे दिल्ली में जोब पोर्टल बनाया वैसे ही उत्तराखंड में जोब पोर्टल बनाएंगे
- रोज़गार और पलायन मामलों का मंत्रालय बनाया जाएगा. इसका काम होगा रोजगार पैदा करना, जो लोग पलायन कर रहे हैं उनको रोकना और जो लोग पलायन कर चुके हैं उनको वापस लाने के लिए अनुकूल माहौल बनाना.