कुछ वर्षों पहले टीवी चैनलों पर एक विज्ञापन आता था, ‘पूरे घर के बटन बदल डालूंगा’. यह विज्ञापन आप को भी याद होगा. इसी विज्ञापन की तर्ज पर भाजपा ने गुजरात में पूरी सरकार बदल डाली है. चाहे पार्टी का कितना ही कद्दावर, पावरफुल नेता क्यों न रहा हो हो, एक झटके में ही बाहर कर दिया. क्योंकि हाईकमान को साल 2022 के गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में ‘नए चेहरों’ के साथ मैदान में ‘हुंकार’ भरना है.
‘नई सरकार के गठन के साथ भाजपा का यह दूसरा ‘गुजरात मॉडल’ है. पहले नरेंद्र मोदी जब मुख्यमंत्री थे तब अपने ‘गुजरात मॉडल’ की पूरे देश में खूब प्रचार-प्रसार करते थे’. अब पीएम मोदी और अमित शाह की गुजरात में नई टीम है. पहले संभावना जताई जा रही थी विजय रुपाणी के समय के दो या तीन मंत्रियों को नई सरकार में शामिल किया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
गुरुवार दोपहर को नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पुराना सब कुछ बदल डाला. ‘अब गुजरात की जनता के लिए यह नए कलेवर और जोश के साथ नई सरकार है. सत्तारूढ़ भाजपा सरकार को भी जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की चुनौती होगी, क्योंकि भूपेंद्र सरकार को राज्य की सभी विकास योजनाओं के लिए नए सिरे से काम करना होगा’. नई सरकार में 24 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई.
इसी के साथ पूर्व मुख्यमंत्री रुपाणी के सभी 22 मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई. भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद नाराजगी प्रकट करने वाले उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है.
‘गुजरात की उठापटक को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है’. नितिन पटेल ने कैबिनेट से बेदखल किए जाने के फैसले पर चैनल से बात करते हुए कहा कि ‘ऐसा देश के इतिहास में पहली बार हुआ है, जब सिर्फ सीएम ही नहीं राज्य के जितने भी मंत्री हैं सबको एक साथ बदल दिया गया हो’.
हालांकि नितिन पटेल ने कहा कि उनके मन में किसी के भी प्रति नाराजगी का भाव नहीं है.वहीं दूसरी ओर कैबिनेट विस्तार को लेकर गुजरात के बीजेपी प्रभारी और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि ‘बीजेपी एक टीम की तरह काम कर रही है.
पार्टी की परंपरा है कि निरंतरता के साथ काम करती है, भूपेंद्र यादव ने पुराने मंत्रियों को हटाए जाने के फैसले पर कहा कि नया नेतृत्व आया है, परिवार में नए लोगों को बढ़ाया जाता है. पुराने लोगों का मार्गदर्शन रहेगा, सभी मिलकर ही फैसला ले रहे हैं’.
भूपेंद्र पटेल सरकार में राज्यपाल ने 24 नए मंत्रियों को दिलाई शपथ
बता दें कि राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने 10 कैबिनेट मंत्रियों और 14 राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई. इनमें पांच स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री शामिल हैं. शपथ लेने वालों में विधानसभा के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले राजेंद्र त्रिवेदी भी शामिल हैं. नई कैबिनेट में सबसे पहली शपथ त्रिवेदी ने ही ली.
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की सरकार में त्रिवेदी दूसरे नंबर के मंत्री होंगे. शपथ लेने वाले मंत्रियों में राजेंद्र त्रिवेदी, जितेंद्र वघानी, ऋषिकेश पटेल, पूर्णेश कुमार मोदी, राघव पटेल, उदय सिंह चव्हाण, मोहनलाल देसाई, किरीट राणा, गणेश पटेल, प्रदीप परमार, हर्ष सांघवी, जगदीश ईश्वर, बृजेश मेरजा, जीतू चौधरी मनीषा वकील, मुकेश पटेल, निमिषा बेन, अरविंद रैयाणी, कुबेर ढिंडोर, कीर्ति वाघेला, गजेंद्र सिंह परमार, राघव मकवाणा, विनोद मरोडिया और देवा भाई मालवा शामिल हैं.
राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में सोमवार को शपथ ग्रहण करने वाले भूपेंद्र पटेल राजभवन में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान रुपाणी के साथ मौजूद थे. भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल और राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष मौजूद रहे.
मंत्रियों के शपथ के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि ‘गुजरात सरकार के मंत्रिमंडल में मंत्रिपद की शपथ लेने वाले सभी लोगों को शुभकामनाएं देता हूं, मुझे विश्वास है कि पीएम मोदी और भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में पूरा मंत्रिमंडल लोक कल्याणकारी योजनाओं को प्रदेश की गरीब जनता तक पहुंचाने में सेवाभाव से कार्य करेगा’.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार