देहरादून| बीजेपी से 6 साल के लिए निष्कासित हरिद्वार के खानपुर से विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की एक बार फिर से पार्टी में वापसी की अटकलें तेज हो गई हैं. ऐसे में प्रणव सिंह चैंपियन की वापसी की अटकलों से बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद अनिल बलूनी बेहद नाराज बताए जा रहे हैं.
दरअसल,अनिल बलूनी उत्तराखंड में बीजेपी के बड़े नेता हैं और वे कभी नहीं चाहते है कि इस तरह की छवि वाले नेताओं को कभी भी पार्टी में तरजीह दी जाए.
आपको बता दें कि साल 2019 में अनिल बलूनी की शिकायत पर ही प्रणव सिंह चैंपियन पर पार्टी ने कार्रवाई की थी. सूत्रों की माने तो अनिल बलूनी जल्द ही इस मसले को राष्ट्रीय नेतृत्व के सामने उचित फोरम पर रखेंगे.
हाल ही में प्रणव सिंह चैंपियन की मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर से मुलाकात हुई है. इसके बाद बंसीधर भगत ने कहा था कि पार्टी से निष्कासित हुए प्रणव सिंह चैंपियन के आचरण में बहुत सुधार हुआ है. इस बात से राज्य में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रणव चैंपियन की जल्द घर वापसी हो सकती है.
वहीं, पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और मौजूदा नैनीताल सांसद अजय भट्ट जिनके कार्यकाल में प्रणव चैंपियन पर कार्रवाई हुई थी, अब वे चैम्पियन की तारीफ के पुल बांध रहे हैं.
अजय भट ने कहा है कि कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन पढ़े- लिखे और विद्वान व्यक्ति हैं. उनका इस्तेमाल पार्टी संगठन के हित में हो सकता है. उन्होंने कहा कि तत्कालीन परिस्थितियां कुछ और थी लेकिन अब वे विवादों से दूर हैं, ऐसे में उनकी वापसी होती है तो स्वागत योग्य है
दरअसल, साल 2016 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वाले प्रणव सिंह चैंपियन का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है. पिछले साल जुलाई में प्रणव सिंह चैंपियन का तमंचे के साथ नाचते हुए वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो में उनके एक हाथ में शराब का गिलास और दूसरे हाथ में तमंचा था.
इस वीडियो के आते ही काफी विवाद छिड़ गया था. इस वीडियो पर राष्ट्रीय नेतृव और खास तौर पर अनिल बलूनी की शिकायत पर प्रणव सिंह चैंपियन पर बीजेपी ने कर्रवाई करते हुए पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
ये पहली बार नही था कि प्रणव सिंह चैंपियन विवादो में आये थे, इससे पहले भी प्रणव चैंपियन विवादों में रहे. 2006 में उन पर बहादराबाद में रोडवेज बस के ड्राइवर पर फायरिंग का आरोप लगा था. कहा जाता है कि उन्होंने साइड न देने पर फायरिंग की थी. वहीं, 2010 में कर्नाटक के मंगलौर के एक कार्यक्रम में फायरिंग करते हुए उनका वीडियो वायरल हुआ था.
2010 में ही रूड़की में एक होटल के मालिक पर गोली चलाने का भी प्रणव चैंपियन पर आरोप लगा था. 2013 में एक कैबिनेट मंत्री के आवास पर डिनर पार्टी में गोली चलाने का आरोप लगा था. इसी तरह 2015 में हरिद्वार के पथरी में खनन को लेकर ग्रामीणों पर गोलियां चलाने का भी उन आरोप लगा था.