देहरादून में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चुनावी आगाज किया और कहा कि एक बार फिर उत्तराखंड में बीजेपी सरकार बनाने जा रही है. बीजेपी , 365 दिन, 24 घंटे काम करने वाली पार्टी है.
हर समय, हर वक्त पार्टी लोगों के बीच में रहती है. कोरोना और बाढ़ संकट उसका उदाहरण है. कोरोना संकट में जब कांग्रेस के नेता जमीन पर नजर नहीं आते थे तो उस समय बीजेपी ही एकमात्र ऐसी पार्टी थी जिसके कार्यकर्ता लगातार लोगों के बीच रहे.
अमित शाह ने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस पार्टी देवभूमि का विकास नहीं कर सकती है. उत्तराखंड में विकास की बयार तभी आई, जब जनता ने पूर्ण बहुमत की भाजपा की सरकार बनाई.
कोरोना से बचाव के लिए टीके की पहली डोज का शत-प्रतिशत टीकाकरण पूरा करने वाले राज्यों में से एक उत्तराखंड है.शाह बोले कि कांग्रेस पार्टी वादा खिलाफी करने वाली पार्टी है. कांग्रेस पार्टी राजनीतिक रूप से सत्ता हथियाकर उसका उपभोग करने वाली पार्टी है. कांग्रेस पार्टी कभी भी किसी लोक कल्याण का कार्य नहीं कर सकती है.
कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार, घपले, घोटाले का पर्याय बनी हुई है. कांग्रेस किसी भी राज्य में कल्याण का कार्य नहीं कर सकती, ना वो गरीबों का सोच सकती है और न अच्छे प्रशासन का सोच सकती है. गरीब कल्याण और अच्छा प्रशासन मोदी जी के नेतृत्व में केवल और केवल भाजपा सरकार दे सकती है.
देवभूमि की रचना करने का काम अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था. न जाने कितने युवा राज्य की मांग करते हुए शहीद हो गए थे. भाजपा भी उत्तराखंड के युवाओं के साथ इस मांग को बुलंद कर रही थी. तब उत्तराखंड के युवाओं पर गोली किसनी चलाई थी, इसे भी याद कीजिएगा.
अमित शाह के भाषण के खास अंश
कोरोना संकट के वक्त कांग्रेस के नेता कहां थे.
चुनाव करीब आते ही विपक्ष को मुद्दे याद आते हैं.
चुनाव आते ही कांग्रेस वाले कपड़े सिला लेते हैं.
उत्तराखंड में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे.
बाढ़ के समय कांग्रेस नेता कहां थे.
घसियारी कल्याण योजना से आम लोगों को फायदा मिला.
पांच साल में उत्तराखंड में 85 हजार करोड़ का निवेश.
उत्तराखंड के युवाओं पर गोली किसने चलाई थी.
विकास की दौड़ में उत्तराखंड आगे
उत्तराखंड ने पिछले चार वर्षों में समग्र विकास देखा है. भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. इसके साथ ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जैसे ही हमें पता चला कि राज्य में प्राकृतिक आपदा आ सकती है, हमने अस्थायी रूप से चार धाम यात्रा रोक दी. सभी तीर्थयात्रियों से राज्य में अपने-अपने स्थानों पर कुछ दिनों के लिए रुकने का अनुरोध किया गया था. तीर्थयात्रियों में कोई हताहत नहीं हुआ.