आज बात करेंगे उन सपनों-वादों की जो लोकसभा और विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले जनता के सामने राजनीतिक पार्टियां खूब बढ़ा चढ़ाकर पेश करती हैं.
चुनाव के दौरान सभी सियासी दल विकास योजनाओं की लंबे-चौड़े वादे करते हैं और बहुत गंभीर नजर आते हैं. सही मायने में मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए यह लोकलुभावन एजेंडा रहता है . जिसमें यह बताने की कोशिश की जाती है कि अगर हम सत्ता में आए तो हमारे शासन के विकास को लेकर ये नीतियां रहेंगी.
जिसे ‘घोषणापत्र’ (मेनिफेस्टो) कहा जाता है . आज बात एक बार फिर बंगाल चुनाव को लेकर . अब इस राज्य में पहले चरण के चुनाव होने में सिर्फ छह दिन बचे हैं. जनता को अपने-अपने वादों से लुभाने के लिए बीजेपी और टीएमसी में रस्साकशी जारी है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने जहां अपना गढ़ बचाने की चुनौती है, वहीं भाजपा सत्ता पाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है. ‘भारतीय जनता पार्टी बंगाल की जनता को लुभाने के लिए आज सबसे बड़ी घोषणा करने वाली है’.
जिसके लिए राजधानी दिल्ली में भाजपा केंद्रीय नेतृत्व पिछले कई दिनों से तैयारियों में जुटा हुआ है. पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा की देखरेख में भाजपा ने बंगाल का ‘भविष्य’ तैयार कर लिया है. पार्टी के चाणक्य माने जाने वाले अमित शाह दिल्ली से इस पोटली को लेकर शाम बंगाल पहुंच गए हैं. आज शाम को 5 बजे अमित शाह भाजपा के पिटारे को बंगाल की जनता के सामने पेश करेंगे.
बता दें कि भाजपा ने कुछ हफ्ते पहले बंगाल का घोषणापत्र बनाने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया था. खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्य में लक्ष्य ‘सोनार बांग्ला’ अभियान की शुरुआत की थी और पार्टी ने राज्य के लोगों से घोषणापत्र के लिए सुझाव मांगे थे.
इस अभियान के तहत भाजपा ने हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक एलईडी रथ पहुंचाने के लिए 294 एलईडी रथों की व्यवस्था की थी, जिसमें एक बॉक्स मौजूद था और लोगों से अपने सुझाव डालने के लिए कहा गया था. इसी के आधार पर भाजपा नेे यह घोषणापत्र तैयार किया है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार