पंजाब कांग्रेस के नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह के सीएम पद इस्तीफा देने के बाद अंबिका सोनी मुख्यमंत्री बनाई जा सकती हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उनके नाम पर मुहर लगा दी है, जिसके बाद 11 बजे होने वाली विधायक दल की बैठक भी रद्द कर दी गई है. बता दें कांग्रेस की सियासत में सोनी का लंबा अनुभव है और वह राज्य के होशियारपुर की निवासी हैं. सोनी, पंजाब से ही राज्यसभा की सांसद हैं.
सूत्रों के मुताबिक, सिद्धू खेमे के कैप्टन विरोधी किसी नेता को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाकर कैप्टन अमरिंदर सिंह को आलाकमान और नाराज नहीं करना चाहता है. इसी वजह से अंबिका सोनी के नाम पर मुहर लगना लगभग तय माना जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक अंबिका सोनी को चंडीगढ़ पहुंचने के आलाकमान ने निर्देश दिए हैं.
अंबिका सोनी, पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में पर्यटन मंत्री, संस्कृति मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री सहित कई अहम मंत्रालयों में काम कर चुकी हैं. सूत्रों के मुताबिक, सोनी के अलावा नये विधायक दल के नेता के तौर पर सिद्धू के अलावा कांग्रेस की पंजाब इकाई के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़, पूर्व मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा के नाम चर्चा में हैं.
उनके अनुसार इन नामों के अलावा ब्रह्म मोहिंद्रा, विजय इंदर सिंगला, पंजाब कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत सिंह नागरा आदि के नामों की भी चर्चा है.
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि अगर पार्टी आलाकमान सिद्धू को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला करता है तो फिर उनके साथ हिंदू और दलित समुदाय से दो उप मुख्यमंत्री या फिर इनमें से एक समुदाय का नेता उप मुख्यमंत्री और दूसरे समुदाय का नेता प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है.
दूसरी ओर चंडीगढ़ में रविवार को हरीश रावत और हरीश चौधरी के बीच बंद कमरे में मीटिंग हुई. सूत्रों के अनुसार दोनों नेताओं ने कहा- आलाकमान जो फैसला लेगा वही होगा जो नाम थे सोनिया गांधी को भेज दिया गया है. उनका जो निर्णय आयेगा,आप लोगों को आज पता चल जाएगा.
साभार-न्यूज 18