मुंबई| महाराष्ट्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए सोमवार से राज्य के सभी धार्मिक स्थलों को खोलने का फैसला कर लिया है.
राज्य सरकार के इस आदेश के बाद राज्य में सभी मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारों खोल दिए जाएंगे. इसके लिए सरकार की तरफ से गाइडलाइन जारी की गई है.
भक्तों को धार्मिक स्थल पर जाने के लिए कुछ नियमों का जरूरी रूप से पालन करना होगा जिसमें मास्क पहनने से लेकर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना तक शामिल है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि सोमवार से राज्य में सभी धार्मिक स्थल फिर से खोल दिए जाएंगे.
इससे पहले मंदिर खोलने को लेकर जमकर राजनीति हुई थी. भाजपा ने इसे लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा था. भारतीय जनता पार्टी राज्य भर में मंदिर खोलने के लिए सांकेतिक भूख हड़ताल भी की थी.
इसे लेकर राज्यपाल के एक पत्र को लेकर भी बवाल भी हुआ था और उन्होंने अपने पत्र में मुख्यमंत्री के हिंदुत्व पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि ‘क्या आप अचानक से सेक्युलर हो गए?’ इसपर मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक जवाब भेजा गया है, जिसमें उद्धव ठाकरे ने कहा है कि ‘पत्र में मेरे हिंदुत्व का उल्लेख करना गलत है.
हिंदुत्व के लिए मुझे आपके सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है.’
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बाद लगाए गए लॉकडाउन के चलते मंदिरों को बंद कर दिया गया था.
कुछ समय पहले ही सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा था, ‘लोग पूछते रहे हैं कि मंदिर फिर से कब खुलेंगे? हां, धार्मिक स्थल खोले जाएंगे, लेकिन एक बार दीवाली बीत जाने दीजिए.
हम इस संदर्भ में मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का निर्माण करेंगे.’ उन्होंने कहा था कि राज्य में मंदिरों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा.