शिलॉन्ग| मेघालय में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. मेघालय के सभी पांच कांग्रेस विधायकों ने मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस में शामिल होने का फैसला किया है. सभी विधायकों ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी.
बता दें कि राज्य में एमडीए गठबंधन की सरकार है. कांग्रेस छोड़ एमडीए का दामन थामने वाले इस पांच विधायकों में सीएलपी नेता अम्पारीन लिंगदोह, मायरलबोर्न सिएम, मोहेंड्रो रापसांग, किम्फा मारबानियांग और पीटी सॉकमी शामिल हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन पांचों विधायकों ने मंगलवार को बैठक की थी. इस बैठक के बाद उन्होंने मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा को एक हस्ताक्षरित पत्र सौंपा था. एमडीए में शामिल होने के बाद कांग्रेस विधायक अम्पारीन लिंगदोह ने कहा हमें धोखा मिला जिस कारण से हमने ये कदम उठाया है.
हम इन पांचों विधायक को बचा रहे हैं. क्योंकि हम ऐसा नहीं करेंगे तो हम मुसीबत में पड़ेंगे. जनता ने हमें जीत दिलाई है. लिंगदोह ने कहा कि हमें धोखा दिया गया और किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की. इसलिए हमने अपने व्यक्तिगत निर्वाचन क्षेत्रों के लोगों के फायदे के लिए यह फैसला लिया है.
गौरतलब है कि मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस राजनीतिक दलों का एक गठबंधन है जिसने 2003 के विधानसभा चुनाव के बाद मेघालय राज्य में सरकार बनाई थी. इसका नेतृत्व तब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कर रही थी.
मेघालय में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. 2018 के विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस 21 सीटों पर जीत दर्ज कर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, हालांकि तब कांग्रेस अपनी सरकार नहीं बना सकी. बीजेपी के नेतृत्व वाले नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस की सहयोगी एनपीपी ने एमडीए बनाया और कांग्रेस से सत्ता छीन ली.