शुक्रवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सचिवालय में कोविड-19 महामारी के नियंत्रण एवं कोविड वैक्सीनेशन की प्रगति के सम्बन्ध में सभी जनपदों को वीडियो कांन्फ्रेस के माध्यम से समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने सभी जनपदों से कोविड महामारी के नियंत्रण एवं टीकाकरण की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्भावित तीसरी लहर के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं पूर्ण हों.
उन्होंने समस्त जनपदों की चिकित्सा ईकाइयों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन बैड, आई.सी.यू बैड्स की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कोविड की थर्ड वेब से पहले तैयारी का जो समय मिला है, इस दौरान सभी व्यवस्थाएं मजबूत की जाय. वर्षाकाल के दृष्टिगत आपदा की दृष्टि से चिन्हित संवेदनशील स्थानों के बीच भी एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाय. सीएचसी स्तर पर भी कोविड केयर सेंटर बनाए जाय.
देहरादून एवं हल्द्वानी में ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर की सुविधा को और बढ़ाना होगा. देहरादून और हल्द्वानी में कोविड के पीक पर मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि होती है. मुख्यमंत्री ने बच्चों के अनुरूप मेडिसिन एवं मास्क एवं उपकरणों आदि की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि आशाओं के माध्यम से सप्लीमेंट न्यूट्रीशन आदि का वितरण शीघ्र सुनिश्चित किया जाए. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी टेस्टिंग की व्यवस्था की जाए.
माईक्रो कन्टेनमेंट जोन एवं कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को लगातार जारी रखा जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन को और अधिक गति देने के लिए लगातार लोगों को प्रेरित किया जाए. जिन दिव्यांगों एवं बुजुर्गों का अभी टीकाकरण पूर्ण नहीं हुआ है उनको चिन्हित किया जाए. जिलाधिकारियों द्वारा इनके लिए कैंप लगवाकर टीकाकरण किया जाय.
कोविड पर नियंत्रण के लिए जागरूकता अभियान लगातार चलाये जाए. लोकल सैलीब्रिटीज एवं महानुभावों को इसमें शामिल करते हुए जागरूकता कार्यक्रम संचालित किए जाएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन एवं अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए राज्य को केन्द्र सरकार से हर सम्भव मदद मिल रही है. इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार भी व्यक्त किया.
मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने भविष्य में लॉकडाउन खुलने के दृष्टिगत भीड़ बढ़ने की सम्भावना को देखते हुए बॉर्डर पर टेस्टिंग आदि की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के भी निर्देश दिए. एंट्री प्वाइंट में टेस्टिंग आदि की व्यवस्था की अद्यतन जानकारी लेते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग एवं कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का अनुपालन की व्यवस्था चाक चौबन्द की जाए. उन्होंने कहा कि आइवरमैक्टिन का डिस्ट्रीब्यूशन 30 जून तक अवश्य पूर्ण कर लिया जाय. सोशल डिस्टेन्सिग का पालन सुनिश्चित किया जाए. मुख्य सचिव ने कहा कि टीकाकरण के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं.