देशभर में धूमधाम से दीपावली का त्योहार मनाया गया. बैन के बावजूद राजधानी दिल्ली समेत सभी शहरों में खूब आतिशबाजी की गई. पूजा करने के बाद लोग सड़कों पर या फिर अपनी छतों पर पटाखे चलाते हुए नजर आए. देर रात तक कई शहर पटाखों की आवाज से गूंज रहे थे.
राजधानी दिल्ली और एनसीआर की बात करें तो यहां पटाखों की बिक्री पर बैन था. लेकिन लेकिन दीपावली रात को जिस तरीके से दिल्ली की आबोहवा में आतिशबाजी ने प्रदूषण फैलाया.
उसे देखकर यह जरूर कहा जा सकता है कि राजधानी में खुलेआम नहीं पर गुपचुप तरीके से जम कर पटाखों की बिक्री हुई. कई इलाकों में एक्यूआई 1000 के करीब पहुंच गया है.
एनसीआर के अधिकांश इलाकों में प्रदूषण एक बार फिर अपने सबाब पर पहुंच गया है. फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम और नोएडा में एयर क्वालिटी एंडैक्स 500 के पार पहुंच गया है, जोकि गंभीर श्रेणी में आता है. आज सुबह जनपथ में प्रदूषण मीटर (पीएम) 2.5 की सांद्रता 655.07 थी.
पूरी दिल्ली सुबह-सुबह गैस के चैंबर में तब्दील हुई नजर आई जिसके बाद यहां कई लोगों ने गले में खुजली और आंखों से पानी आने की शिकायत की है. केंद्र द्वारा संचालित वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (सफर) के अनुसार, रविवार शाम (7 नवंबर) तक हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं होगा. हालाँकि, सुधार ‘बहुत खराब’ श्रेणी में उतार-चढ़ाव करेगा.
भले ही दिल्ली में पटाखे बेचने पर रोक लगाई गई बावजूद इसके पॉल्यूशन में कोई कमी नहीं आई है. अभी भी ज्यादातर शहरों का एयर क्वालिटी एंडैक्स खतरनाक स्तर के पार पहुंच गया है. बीती रात दिल्ली-एनसीआर में हुई आतिशबाजी ने दिल्ली की आबोहवा को और बिगाड़ दिया है. आतिशबाजी खत्म होते ही अब फिजा में जहर घुल चुका है.
देर रात तक चली आतिशबाजी की वजह से आज की सुबह धुंध और धुए से पटी पड़ी है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश ओर कई तरह की अपील के बावजूद लोग दीपावली पर आतिशबाजी करने से नहीं रुके इस वजह से राजधानी दिल्ली में पॉल्यूशन का लेवल काफी ज्यादा खतरनाक हो गया है.
दिल्ली में कई जगह एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद गंभीर हालात की चेतावनी दे रहा है. देर रात तक चले पटाखों के बाद दिल्ली में हर जगह सिर्फ धुंध ही धुंध नजर आ रही है.