शनिवार को महाराष्ट्र के भिवंडी में एक रैली को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधते हुए कहा कि यह “मुगलों के बाद ही” है.
असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी-शाह पर बरसते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने आर्यन थिअरी के पुराने विवाद को फिर से हवा दे दी है. भारत बनने की कहानी सुनाते हुए ओवैसी ने कहा कि भारत मेरा भी नहीं है…न उद्धव ठाकरे का है, न ओवैसी का है, न मोदी का है, न शाह का है, भारत अगर किसी का है तो द्रविड़ों का है आदिवासियों का है.
दरअसल, इस पर दो पक्ष हैं और उनके अलग-अलग तर्क हैं. इतिहासकार भी लेफ्ट-राइट में बंटे दिखते हैं. महाराष्ट्र के भिवंडी में ओवैसी एक रैली में बोल रहे थे. यहीं पर उन्होंने ‘मीडिया को मसाला देने की बात’ करते हुए दावा किया कि भारत उन लोगों से मिलकर बना है जो अफ्रीका, ईरान, मध्य एशिया और पूर्वी एशिया से आए थे. ओवैसी के इस दावे से एक बार फिर बहस छिड़ गई है कि भारत का मूल समुदाय कौन सा है. क्या उत्तर भारत में रहने वाले लोग बाहर के देशों से आए हैं? आर्यन क्या बाहर से आकर भारत में बसे थे? या फिर द्रविड़ भारत का मूल समुदाय है?
ओवैसी ने कहा, ‘चार जगहों से लोग आए थे, तब से माइग्रेशन हो रहा है. लेकिन बीजेपी-आरएसएस वाले कहते हैं कि मुगल आए, मुगल आए. अफ्रीका से भी आए थे, ईरान से भी आए थे, सेंट्रल और ईस्ट एशिया से भी आए थे… ये सब मिले तो भारत बना. मगर आदिवासी यहां का है, द्रविड़ यहां के हैं. ये आर्यन आए थे 4000 साल पहले.’
दरअसल, कश्मीर में आतंकवाद और देश के कई इलाकों में सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं पर सरकार को कोसते हुए ओवैसी ने देश के मुसलमानों और हिंदुओं, दलितों, ओबीसी समाज का जिक्र करते हुए कहा कि मैं बताना चाहता हूं कि आज ये जो भारत है वो कैसे बना है? उन्होंने कहा, ‘आरएसएस और बीजेपी कहती है कि आक्रमण करने वाले मुसलमान आए थे. तो क्या भारत की तारीख मुगलों से शुरू हुई क्या? 65 हजार साल पहले भारत में, जो मौजूदा भारत है, ये हमारा इलाका है, उसमें 65 हजार साल पहले लोग अफ्रीका से आए थे. 45 हजार साल पहले ईरान से किसान आए थे. ईस्ट एशिया से लोग आए और फिर मध्य एशिया से लोग आए… उनको आर्यन बोलते हैं.’ यही हवाला देते हुए ओवैसी ने कहा कि भारत उनका भी नहीं है, भारत है तो मूल रूप से आदिवासियों और द्रविड़ों का.
उन्होंने कहा, ‘बीजेपी-आरएसएस वाले कहते हैं कि बस देश में मुगल आए. आर्य आए थे 4000 साल पहले. हैरत की बात है जब मैंने कहा कि बाबरी की तरह ज्ञानवापी मस्जिद को भी छीनने की कोशिश की जा रही है. तो सोशल मीडिया पर संघ परिवार के लोगों ने कह दिया कि ओवैसी के पूर्वज तो ब्राह्मण थे. मेरा ताल्लुक बाबा आदम से है.
हमारे अब्बा कौन हैं… बाबा आदम.’ ओवैसी ने भारत को बाबा आदम की जमीन बताते हुए कहा कि औलाद से कोई हक छीन सकता है क्या? उन्होंने कहा कि बाल गंगाधर तिलक ने भी कहा था कि आर्य आर्कटिक से आए थे. भारत की आबादी की 65 फीसदी हिस्सेदारी उनकी है जो बाहर से आए थे.