बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अग्निपथ के तहत भर्ती होने वले अग्निवीरों के लिए बड़ा ऐलान किया है. ट्वीट कर कहा कि अग्निपथ योजना युवाओं के उज्जवल भविष्य के लिए पीएम मोदी का एक दूरदर्शी और स्वागत योग्य निर्णय है.
इसलिए इस योजना में चार साल पूरा करने वाले अग्निवीरों को सीएपीएफ और असम राइफल्स में भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी. गृह मंत्रालय की तरफ से ट्वीट कर कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में गृह मंत्रालय के इस निर्णय से अग्निपथ योजना से प्रशिक्षित युवा आगे भी देश की सेवा और सुरक्षा में अपना योगदान दे पाएंगे.
इस निर्णय पर विस्तृत योजना बनाने का काम शुरू हो गया है. मंगलवार यानी 14 जून को देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों की मौजूदगी में प्रेस कांफ्रेंस कर अग्निपथ योजना का ऐलान किया.
बता दें कि इस योजना के तहत 4 साल के लिए युवाओं को भर्ती किया जाएगा. फिर जब वे नौकरी से मुक्त होंगे तो उन्हें सेवा निधि पैकेज दिया जाएगा. इस योजना के तहत भर्ती होने वाले सैनिकों को अग्निवीर कहा जाएगा.
बता दें कि अग्निवीर बनने के लिए 10वीं और 12वीं पास देश का कोई भी युवा जिसकी उम्र 17.5 से 21 साल के बीच है, वह आवेदन कर सकता है. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि अग्निपथ योजनाके तहत थल, वायु और नौ सेना में भर्ती होने के लिए एक अखिल भारतीय योग्यता पर आधारित भर्ती योजना लाई जाएगी. जो युवा 10वीं के बाद अग्निवीर बनेंगे उन्हें सेना की ओर से ही 12वीं का सर्टिफिकेट मिलेगा.
चयनित सभी युवाओं को 45000 तक वेतन प्रदान किया जाएगा. जो पहले साल तक 30000 होगा. जिसे चौथे साल तक आते आते बढ़ाकर 40000 किया जाएगा. इसके साथ ही जोखिम, राशन, वर्दी और उपयुक्त यात्रा छूट भी प्रदान की जाएगी. इसके साथ ही 4 साल के बाद 11.7 लाख की सेवा निधि प्रदान की जाएगी और इसे कर मुक्त रखा जाएगा.