एक महीने से एक बार फिर देशवासियों को पिछले वर्ष जैसी ही डरावनी तस्वीरें दिखाई पड़ने लगी है. महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक पंजाब और दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ने केंद्र सरकार की चिंता को और बढ़ा दिया है.
सरकार ने महाराष्ट्र और पंजाब में डबल म्यूटेंट वैरिएंट के बढ़ते मामलों को गंभीर बताया है. महामारी की रफ्तार को रोकने के लिए कई राज्यों ने पिछले साल की तरह इस बार भी लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू का लगा दिया है. इसके अलावा कुछ राज्यों में स्कूल-कॉलेजों को भी बंद कर दिए हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि महाराष्ट्र, पंजाब, केरल, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और गुजरात में कोरोना वायरस के मामले रोज बढ़ रहे हैं और इन राज्यों से कोविड-19 के 80.63 प्रतिशत नए मामले आ रहे हैं.
देश में इस वैश्विक महामारी से संक्रमित कुल लोगों में से 74.32 प्रतिशत मरीज तीन राज्यों महाराष्ट्र, केरल और पंजाब में हैं. देश में अभी 3.95 लाख मरीज कोविड-19 का इलाज करा रहे हैं.
बीते 24 घंटों में 53,476 नए मामले सामने आए है जो इस साल एक दिन में आए सर्वाधिक मामले हैं. केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारें अब एक्टिव हो गई हैं. इस महामारी से लोगों को बचाने के लिए रोजाना नए नियम और पाबंदियां बढ़ रहीं हैं.
होली को लेकर भी सख्त गाइडलाइन जारी की गई है. होली के कार्यक्रमों को भी रद कर दिए हैं. कई राज्यों में त्योहारों पर लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत नहीं होगी.
सार्वजनिक स्थानों पर होली खेलने के लिए भी प्रतिबंध लगा दिया. वहीं एक्सपर्ट बताने लगे हैं यह महामारी एक बार फिर अगले महीने अप्रैल और मई में पीक पर रह सकती है. दूसरी ओर केंद्र सरकार लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए अधिक जोर दे रही हैं.
सही मायने में देश एक बार फिर इस महामारी से संकटकाल में आता जा रहा है. अब एक बार फिर देश के नागरिकों को सावधान और सचेत रहने की जरूरत है, तभी इस महामारी पर हम काबू पा सकते हैं.