लोकसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस की हार का सिलसिला जारी है. कांग्रेस को कर्नाटक और मध्य प्रदेश में विद्रोह के बाद से सत्ता गंवानी पड़ी. विद्रोह के लगातार खतरों के चलते राजस्थान में पार्टी आज भी संघर्ष कर रही है.
बता दें कि अगस्त में सोनिया को लिखे पत्र में जिन सवालों और चिंताओं को उठाया गया था, वे सही साबित हुईं. बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी की शिकस्त हुई, उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में पार्टी का बेहद खराब प्रदर्शन रहा . हैदराबाद के निगम चुनाव, बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद चुनाव और यहां तक कि केरल के स्थानीय चुनाव में कांग्रेस की बुरी तरह हार हुई .
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला भले ही राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के लिए पार्टी के कई नेताओं को साथ लेकर आश्वासन दे रहे हों, लेकिन सच्चाई यह है कि आज भी पार्टी का एक असंतुष्ट धड़ा राहुल की ताजपोशी करने के खिलाफ है.
दूसरी ओर कुछ कांग्रेसी नेताओं का यह भी मानना है कि पार्टी के नए अध्यक्ष राहुल गांधी सबसे उपयुक्त रहेंगे, क्योंकि वही ऐसे व्यक्ति हैं जो भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टक्कर ले सकते हैं .
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार