आज फिर आखिर बात करेंगे अभिनेत्री कंगना रनौत की. लेकिन आज जो चर्चा होगी वह इस बात पर होगी कि अपनों का साथ कैसे छूट जाता है. दुनिया का पुराना दस्तूर है, जहां फायदा दिख रहा होता है वहां आपके साथी खूब साथ देते हैं लेकिन जब उनको लगता है कि इसमें हमारा नुकसान ( घाटा) होगा तब वह चुप्पी (मौन) साध लेते हैं. ऐसा ही बुधवार को बॉलीवुड में देखने को मिला.
अभिनेत्री कंगना रनौत को यह अनुमान नहीं रहा होगा कि महाराष्ट्र सरकार उनके ऑफिस पर तोड़फोड़ करती रहे और उनकी ही फिल्म इंडस्ट्रीज उन्हें अलग-थलग कर देगी. बीएमसी की कार्रवाई के बाद फिल्म एक्ट्रेस का किसी ने साथ नहीं दिया. रनोट के मुंबई स्थित दफ्तर पर बीएमसी ने बुधवार को तोड़फोड़ की कार्रवाई की. ज्यादातर मामलों में अमूमन सोशल मीडिया आदि पर मुखर रहने वाली बॉलीवुड कलाकार इस पूरे प्रकरण पर चुप नजर आए.
तमाम बॉलीवुड के कलाकार कहते हुए पाए गए कि कंगना ने महाराष्ट्र सरकार से दुश्मनी की लंबी लकीर खींच ली है. वहीं कुछ ने एक्ट्रेस के साथ हुए व्यवहार को गलत बताया. फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने जरूर बीएमसी की कार्रवाई को गलत बताते हुए कंगना का साथ दिया. दूसरी ओर प्रसून जोशी ने उद्धव सरकार की इस कार्रवाई के खिलाफ खड़े होकर कर कंगना को अपना समर्थन दिया.
इसके अलावा अधिकांश फिल्मी कलाकार इस मामले में बयानबाजी से बचते रहे, कुछ तटस्थ भूमिका में भी नजर आए. यह कंगना के लिए बेहद ही खराब अनुभव कहा जा सकता है, अभिनेत्री के लिए बॉलीवुड का वास्तविक चेहरा भी सामने आ गया है. फिल्मी पर्दे पर जांबाजी दिखाने वाले यह कलाकार अपनों का ही साथ देने से कतराते हैं.
हिमाचल की भाजपा सरकार ने शिवसेना को ललकारा
अभिनेत्री कंगना रनौत के ऑफिस पर महाराष्ट्र सरकार की कार्रवाई के बाद भाजपा नेताओं ने शिवसेना सरकार की तीखी आलोचना की है. यहां हम आपको बता दें कि एक्ट्रेस कंगना के गृह राज्य हिमाचल में भाजपा की सरकार है. बीएमसी की कार्रवाई के बाद पूरा हिमाचल प्रदेश ही अपनी बेटी के साथ हुए अन्याय के खिलाफ उठ खड़ा हुआ है.हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अभिनेत्री कंगना के समर्थन में आगे गए हैं.
सीएम ठाकुर ने एक्ट्रेस कंगना के अपमान को हिमाचल की बेटी का अपमान बताया है. सीएम ठाकुर ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने हिमाचल की बेटी कंगना रनौत के साथ जो राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से अत्याचार किया है यह अत्यंत चिंताजनक एवं निंदनीय है. हमारी सरकार व देश की जनता इस घटनाक्रम में हिमाचल की बेटी कंगना के साथ खड़ी है. हम आपको बता दें कि केंद्र से लेकर महाराष्ट्र भाजपा के नेता इस मुद्दे पर उद्धव सरकार को घेरने में जुटी हुई है.
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी कंगना मामले में उद्धव सरकार से नाराज
एक बार फिर महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार से राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी काफी नाराज हैं. लेकिन इस बार राजपाल कोश्यारी ने अभिनेत्री कंगना के ऑफिस पर बीएमसी के द्वारा की गई तोड़फोड़ को लेकर शिवसेना सरकार पर सख्त रुख अपनाया है.राज्यपाल ने कंगना के ऑफिस पर हुई तोड़फोड़ के मामले में उद्धव ठाकरे सरकार से जवाब मांगा. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी अभिनेत्री रनौत पर बीएमसी की कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार को एक रिपोर्ट भी भेजने की तैयारी कर रहे हैं.
गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में राज्यपाल कोश्यारी और उद्धव ठाकरे की भी सरकार बनाने को लेकर कई बार मनमुटाव भी उभर कर सामने आए थे. अब एक बार फिर एक्ट्रेस के मामले में दोनों आमने-सामने हैं. आपको बता देंं कि महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ बयान देने के बाद कंगना रनौत के ऑफिस पर बुधवार को बीएमसी ने तोड़फोड़ की थी. गुरुवार को भी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और अभिनेत्री कंगना रनौत के बीच ट्विटर पर एक दूसरे पर हमला बोला है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार