उत्तराखंड के विकास के मुद्दे पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया के बाद कांग्रेस ने भी सरकार को चुनौती दे दी. शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सरकार के रोजगार के दावों को फर्जी बताते हुए कहा कि सरकार रोज दावा कर रही है कि चार साल में सात लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया है. यदि यह सच है तो सरकार हिम्मत दिखाए और श्वेतपत्र जनता के सामने रखे. कभी
संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक और कभी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत दावा करते हैं कि लाखों लोगों को रोजगार दिया है. लेकिन स्थायी रोजगार मिलता तो कहीं दिखाई ही नहीं दे रहा है. प्रीतम ने तंज कसते हुए कहा कि मनरेगा में मजूदरी करने वालों को भी सरकार ने रोजगार के आंकड़ों में शामिल कर लिया है. यह प्रदेश के नौजवानों के साथ किसी भद्दे मजाक से कम नहीं.
शीशे के घरों में रहने वाले, दूसरों पर पत्थर नहीं फैंकते
कांग्रेस में गुटबाजी और अंर्तद्धंद के आरोपों पर भी प्रीतम ने भाजपा को घेरा. कहा कि भाजपा ध्यान रखे कि शीशे के घरों में रहने वाले को दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फैंकना चाहिए. सरकार के मंत्रियों, विधायकों की लड़ाइयां किसी से छिपी नहीं है. जितनी गुटबाजी और मनभेद भाजप में है, उतना कहीं है.
सरकार बताए ग्रीष्मकालीन राजधानी में कितने दिन रहे: प्रीतम
प्रीतम ने कहा कि सरकार गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने को अपनी उपलब्धि बता रही है. इससे बड़ा कोई मजाक नहीं हो सकता. यदि गैरसैंण में कांग्रेस बुनियादी ढांचा तैयार नहीं करती तो भाजपा सरकार कहां जाकर दावे करती? सरकार बताए कि मार्च में इसकी घोषणा के बाद सीएम और मंत्री कितने दिन वहां जाकर रहे हैं?