कोलकाता| कांग्रेस के 2021 के मतदान में बंगाल पीसीसी अध्यक्ष के रूप में सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कार्यभार संभाला है. उनके अध्यक्ष पद लेने के कुछ ही घंटे बाद, गुरुवार को उन्होंने अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को लेकर बयान जारी किया. उन्होंने रिया चक्रवर्ती को ‘बंगाली ब्राह्मण महिला’ बताया है. उन्होंने कहा है कि सुशांत को न्याय की व्याख्या, बिहारी के लिए न्याय की व्याख्या नहीं होनी चाहिए.’
अधीर रंजन चौधरी ने रिया के पिता को लेकर कहा कि वह सेना के पूर्व अधिकारी रह चुके हैं. उन्होंने कई वर्षों तक देश की सेवा की लेकिन अब वह अपने दो बच्चों को न्याय नहीं दिला पा रहे हैं.
अधीर रंजन ने गुरुवार को ट्वीट किया, दिवंगत सुशांत सिंह राजपूत एक भारतीय अभिनेता थे. बीजेपी ने उन्हें बिहारी अभिनेता में बदल दिया है. यह सब उन्होंने सिर्फ चुनावी फायदे के लिए किया है. रिया के पिता भी अपने बच्चों के लिए न्याय मांगने के हकदार हैं, मीडिया ट्रायल हमारी न्यायिक प्रणाली के लिए खराब हिस्सा है. सभी को न्याय मिले यही हमारे संविधान का मूल सिद्धांत है.’
रिया की गिरफ्तारी को ‘भयावह’ करार देते हुए उन्होंने कहा, ‘रिया चक्रवर्ती ने न तो किसी को आत्महत्या या हत्या के लिए नहीं उकसाया. उन्होंने कोई आर्थिक अपराध भी नहीं किया है. उसे एनडीपीएस (नार्कोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्स्टेंस) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है. वह भी राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए, केंद्रीय एजेंसियों ने अपनी भूमिका निभाई है, समुद्र मंथन के बाद उन्होंने अमृत के बजाय ड्रग्स की खोज की है.
कांग्रेस सांसद ने रिया चक्रवर्ती की बंगाली जड़ों का मुद्दा उठाया. इसके अलावा उन्होंने सत्तावादी तृणमूल के खिलाफ एक ज़बरदस्त लड़ाई करने की कसम खाई. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हाल ही में सात गैर बीजेपी सीएम के साथ वर्चुअल मीटिंग की थी. इस मीटिंग में ममता बनर्जी भी शामिल हुई थीं. इस दौरान सोनिया ने टीएमसी के करीब आने की अटकलों पर विराम लगाया था.