कुष्ठ रोगियों के लिए आनंदवन संस्था चलाने वाले डॉक्टर बाबा आमटे की पोती डॉक्टर शीतल आमटे ने सोमवार तड़के चंद्रपुर में अपने घर में आत्महत्या कर ली है. बताया जा रहा है कि शीतल ने जहर का इंजेक्शन लगाकर जान दे दी. कुछ दिन पहले उन्होंने आमटे महारोगी सेवा समिति में घोटाले की बात कही थी.
डॉक्टर शीतल आमटे महारोगी सेवा समिति की CEO थीं. वे पिछले कई सालों से अपने पति और परिवार के साथ मिलकर कुष्ठ रोगियों की सेवा कर रही थीं. शीतल, विकास आमटे और भारती आमटे की बेटी और डॉक्टर प्रकाश आमटे की भतीजी थीं.
जान देने से पहले शीतल ने सोशल मीडिया पर एक पेंटिंग शेयर कर लिखा- कैनवास पर वॉर और पीस के एक्रेलिक.
72 साल से चंद्रपुर जिले के वरोरा तहसील के आनंदवन में बाबा आमटे का परिवार कुष्ठ रोगियों की सेवा कर रहा है. कुछ दिन पहले शीतल ने आनंदवन में आर्थिक घोटालों को लेकर फेसबुक पर लाइव डिस्कशन किया था.
इससे हुए विवाद के बाद शीतल ने फेसबुक से वीडियो पोस्ट डिलीट कर दी थी. आमटे परिवार ने शीतल का सार्वजनिक रूप से विरोध किया था और कहा था कि वे गलतफहमी की शिकार हुई हैं.