नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष और लोकसभा सदस्य डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि उन्हें खेद है कि उनकी पार्टी ने 2018 में पंचायत चुनाव नहीं लड़ा था.
अब्दुल्ला मंगलवार को संसदीय आउटरीच कार्यक्रम में बोल रहे थे, जहां जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद थे. नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा, मुझे खेद है कि मेरी पार्टी ने पंचायत चुनावों में भाग नहीं लिया.
उन्होंने कहा कि ये राजनेता हैं जो देश के साथ खड़े हैं और जिन्हें आतंकवादियों ने निशाना बनाया है. उन्होंने कहा, यह देश के लिए है कि वे उनकी रक्षा करें. अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि सरकारी अधिकारी आम जनता के फोन नहीं उठाते.
उन्होंने उपराज्यपाल से सरकारी अधिकारियों को यह आदेश देने के लिए कहा कि वे लोक सेवक हैं और लोगों के प्रति जवाबदेह हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि जम्मू-कश्मीर में जल्द ही एक निर्वाचित सरकार होगी जो सरकारी अधिकारियों को जवाबदेह बनाएगी. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सितंबर 2018 में हुए पंचायत चुनावों में भाग नहीं लिया, जबकि पार्टी ने 2019 में हुए ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल (बीडीसी) चुनावों का बहिष्कार किया था.