मुंबई| चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ ने मुंबई और गुजरात के तटीय इलाकों में काफी तबाही मचाई. कई नाव समुद्र में फंस गई. भारतीय नौसेना से राहत और बचाव कार्य किया. नौसेना ने बुधवार (19 मई) को बताया गया कि बेहद खराब मौसम से जूझते हुए उसके जवानों ने बार्ज पी305 पर मौजूद 273 लोगों में से अब तक 184 को बचा लिया है.
उसने बताया कि दो अन्य बजरों और एक ऑयल रिग पर मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं. रेस्क्यू किए गए लोगों ने भारतीय नौसेना की जमकर भावुक तारीफ की. नीचे आप वीडियो में देख सकते हैं.
भारतीय नौसेना के बचाव कार्यों की बात करते हुए P305 का एक चालक दल का सदस्य अपने आंसू नहीं रोक पाए. उन्होंने रोते हुए कहा कि उनकी वजह से हम जिंदा हैं नहीं तो कोई नहीं बचता. उन्हें आईएनएस कोच्चि द्वारा बचाया गया और मुंबई लाया गया. अब तक कुल 184 लोगों को बचाया गया है, खोज और बचाव अभियान अभी भी जारी है. गौर हो कि ये बार्ज चक्रवात ताउते के गुजरात तट से टकराने से कुछ घंटे पहले मुंबई के पास अरब सागर में फंस गए थे.
नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि बुधवार सुबह तक, पी305 पर मौजूद 184 कर्मियों को बचा लिया गया है. आईएनएस कोच्चि और आईएनएस कोलकाता इन लोगों को लेकर मुंबई बंदरगाह लौट रहे हैं. प्रवक्ता ने कहा कि आईएनएस तेग, आईएनएस बेतवा, आईएनएस ब्यास, पी81 विमान और हेलीकॉप्टरों की मदद से तलाश एवं बचाव अभियान जारी है.
नौसेना और तटरक्षक बल ने बार्ज जीएएल कन्स्ट्रक्टर में मौजूद 137 लोगों को मंगलवार तक बचा लिया था. अधिकारियों ने बताया कि बजरे एसएस-3 पर मौजूद 196 लोग और ऑयल रिग सागर भूषण पर मौजूद 101 लोग सुरक्षित हैं. ओएनजीसी तथा एससीआई के पोतों के जरिए इन्हें तट तक सुरक्षित लाया जा रहा है. बचाव एवं राहत कार्यों में मदद के लिए क्षेत्र में आईएनएस तलवार भी तैनात है.
नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि 707 कर्मियों को ले जा रहे तीन बजरे और एक ऑयल रिग सोमवार को समुद्र में फंस गए थे. इनमें 273 लोगों को ले जा रहा ‘पी305’ बार्ज, 137 कर्मियों को ले जा रहा ‘जीएएल कंस्ट्रक्टर’ और एसएस-3 बजरा शामिल है, जिसमें 196 कर्मी मौजूद थे.
साथ ही ‘सागर भूषण’ ऑयल रिग भी समुद्र में फंस गया था, जिसमें 101 कर्मी मौजूद थे. नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल मुरलीधर सदाशिव पवार ने कहा कि यह बीते चार दशक में सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण तलाश एवं बचाव अभियान है.