भोपाल| मध्यप्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. कोरोना संकट के कारण सरकारी स्कूलों में नौवीं-11वीं की मुख्य परीक्षा नहीं होगी. रिवीजन टेस्ट व अर्द्धवार्षिक परीक्षा के आधार पर स्टूडेंट को अंक दिए जाएंगे.
स्कूल शिक्षा विभाग ने जारी किए गए आदेश में कहा है कि अब 9वी और 11वीं के विद्यार्थियों का मूल्यांकन रिवीजन टेस्ट और छमाही परीक्षा के आधार पर होगा.
इसी आधार पर उनका रिजल्ट तैयार किया जाएगा. जारी किए गए आदेश में स्कूलों से कहा गया है कि दोनों परीक्षाओं का रिजल्ट 30 अप्रैल 2021 तक घोषित करना सुनिश्चित करें. ताकि विमर्श पोर्टल पर रिजल्ट ऑनलाइन उपलब्ध कराया जा सके.
इसलिए रद्द की गई परीक्षा
स्कूल शिक्षा विभाग में अपने आदेश में कहा कि कई जिलों में कोरोना कर्फ्यू के कारण परीक्षा कराना संभव नहीं था. इस कारण वार्षिक परीक्षा को रद्द किया जाता है.
ऐसे होगी रिजल्ट की गणना
स्कूल शिक्षा विभाग ने 10 दिन पहले आदेश जारी किया था कि स्कूलों के 9वीं-11वीं के मुख्य परीक्षा ओपन बुक सिस्टम से होंगे, लेकिन अब नए आदेश में कहा है कि दोनों मुख्य परीक्षाएं नहीं होंगी.
स्कूल शिक्षा विभाग ने जानकारी दी है कि परीक्षा परिणा की गणना बेस्ट ऑफ फाइव के तहत की जाएगी, मतलब अगर कोई विद्यार्थी छह विषय में पांच विषय में पास हो जाता है तो उसे पास घोषित किया जाएगा.
इन छात्रों को मिलेगा दूसरा मौका
स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि ग्रेस अंक के बाद भी यदि स्टूडेंट को 2 अथवा इससे अधिक सब्जेक्ट्स में न्यूनतम निर्धारित अंक प्राप्त नहीं होते हैं तो उसे दूसरी बार परीक्षा देने का अवसर दिया जाएगा.
ऐसे सब्जेक्ट जिनमें स्टूडेंट द्वारा पूर्व परीक्षा में न्यूनतम निर्धारित अंक प्राप्त नहीं किए गए थे, उन सब्जेक्ट्स में उसे दोबारा परीक्षा देनी होगी. यह अवसर कोरोना के नियंत्रण में आने के बाद अथवा स्कूल खुलने के पूर्व दिया जाएगा. इसकी सूचना परीक्षा के 15 दिन पहले दी जाएगी.
उसी से रिजल्ट बनेगा. दस दिन पहले कहा गया था कि सरकारी स्कूलों के 9वीं-11वीं के मेन एग्जाम ओपन बुक सिस्टम से होंगे. परीक्षाओं के लिए बेस्ट- 5 के आधार पर गणना कर रिजल्ट घोषित किया जाएगा.