उत्तराखंड में महत्वपूर्ण चार धाम यात्रा जारी है. हिंदुओं की आस्था के साथ इस यात्रा का महत्वपूर्ण जुड़ाव है. यही कारण है कि चार धाम यात्रा के लिए इस बार लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है. वर्तमान में देखें तो चार धाम यात्रा में लगातार श्रद्धालुओं की वृद्धि देखी जा रही है.
अब तक लगभग 8.50 लाख लोगों ने चार धाम यात्रा के दर्शन कर चुके हैं. श्रद्धालुओं की भीड़ की वजह से प्रशासन को भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि एक बुरी खबर यह भी है कि अब तक 60 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. इनमें से अधिकांश श्रद्धालुओं की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है. फिलहाल जानकारी के मुताबिक केदारनाथ में ताजा बर्फबारी हुई है.
चारधाम यात्रा पर डीजी स्वास्थ्य डॉ शैलजा भट्ट ने कहा कि 60 लोगों की मृत्यु हुई है जिनमें से 66% मृत्यु का कारण मधुमेह और उच्च रक्तचाप है. जो लोग स्वस्थ नहीं हैं उनको यात्रा न करने की सलाह दे रहे हैं.
हमने 144 लोगों को यात्रा न करने की सलाह दी है और 1690 लोगों की अंडरटेकिंग ली है. आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि मई माह तक के लिए पंजीकरण के स्लॉट पूरे हो गये हैं.
22 मई से श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के कपाट भी खुल रहे हैं. सभी तीर्थों में व्यवस्थायें बनी रहें, इसके लिए सरकार ने तीर्थयात्रियों की संख्या निर्धारित कर दी है.
बदरीनाथ दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या प्रतिदिन 16000, केदारनाथ के लिए 13000, गंगोत्री के लिए 8000, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब के लिए 5000-5000 तय की गयी है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सभी तीर्थयात्री सकुशल तीर्थयात्रा करें, यह उनकी पहली प्राथमिकता है. श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी हरीश गौड़ ने बताया कि शुक्रवार रात तक चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थयात्रियों की संख्या 7,75,842 रही, जो शनिवार तक आठ लाख से अधिक हो जाएगी.