कुमाऊं अल्‍मोड़ा

उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त, अब तक 34 लोगों की मौत-नैनीताल में सबसे खराब स्थिति

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मौसम केंद्र ने पिछले 24 घंटों का ब्योरा बताते हुए कहा कि कुमाऊं अंचल में पिछले 24 घंटों की बारिश ने 124 साल के रिकॉर्ड तोड़ दिए. इस दौरान कुमाऊं के कुछ इलाकों में 500 मिलीमीटर तक रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई.

उत्तराखंड में पिछले करीब तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश का दौर खत्म होने वाला है. राज्य के मौसम विज्ञान केंद्र ने मौसम का अनुमान बताते हुए कहा ​है कि बुधवार से लगभग सभी जगह मौसम साफ हो जाएगा.

उत्तराखंड में बेमौसम आफत की बरसात हो रही है और ऐसी बारिश हुई की चारों ओर सिर्फ तबाही का मंजर है. नैतीताल-हल्दवानी-रामगढ़-चमोली, हर जगह बाढ़ का सितम है. उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि बारिश के कारण अब तक 34 की मौतें हो चुकी हैं और 5 लापता हैं.

मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा. घर गंवाने वालों को 1.9 लाख रुपए दिए जाएंगे. जिन लोगों ने अपना पशुधन खो दिया है, उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी. उत्तराखंड के रामगढ़ ब्लॉक में बादल फटने के बाद भारी तबाही आई.

नैनीताल में तो भारी बारिश के बाद सड़कों पर झील का पानी बहने लगा. गाड़ियां माचिस के डिब्बों की तरह बहीं. इतना पानी है कि पूरी की पूरी कार डूब गई. नैनीताल में झील किनारे तोड़कर बह रही है. आसपास के रिहयाशी इलाकों में झील का पानी घुस गया है. लोगों के घरों में पानी भर गया है.

करीब 20 घंटों से लगातार जारी बारिश ने अक्टूबर में नैनीझील के जलस्तर के सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले. नैनीताल में 200 मिमी से ज्यादा की बारिश दर्ज हो चुकी थी, जिसकी वजह से झील का जलस्तर 12.2 फीट के ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड को पार कर गया. झील का पानी ओवरफ्लो होकर माल रोड तक पहुंच गया.

नैनीताल के कई इलाकों में लैंडस्लाइड की घटनाएं भी हुई हैं. जिसके बाद क्रेन से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है ताकि रास्तों को खोला जा सके. रामनगर की हालत भी कुछ जुदा नहीं है. पूरे के पूरे इलाके में पानी भरा पड़ा है. रूद्रपुर की हालत तो ऐसी है कि यहां पूरे के पूरे मोहल्ले में पनी का पहरा है. लोग आठ-दस फीट पानी में तैरकर गुजर रहे हैं.

समाचार एजेंसी एएनआई के ट्वीट के मुताबिक सीएम धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को उत्तराखंड की ताज़ा मौसम स्थितियों की जानकारी दी. धामी ने यह भी कहा कि राज्य में रेस्क्यू ऑपरेशनों के लिए तीन हेलीकॉप्टरों की भी तैनाती की गई है.

दूसरी तरफ, एक बड़ी खबर देते हुए एएनआई ने यह भी बताया कि ऊधमसिंह नगर में स्थित नानक सागर डैम के सभी दरवाज़े खोलने पड़े क्योंकि भारी बारिश के कारण बहाव बेहद बढ़ गया.

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