पटना| बिहार के गोपालगंज एवं पश्चिम चंपारण जिले में संदिग्ध हालात में कम से कम 21 लोगों की मौत हुई है. बताया जा रहा है कि इन सभी लोगों की मौत जहरीली शराब पीनी की वजह से हुई है. शराब गांव में बिक रही थी.
गोपालगंज जिले में शराब पीने से 11 लोगों की जान गई है जबकि सात से आठ लोग अस्पताल में भर्ती हैं. बेतिया में भी शराब पीने से करीब 10 लोगों की मौत हुई है. बिहार में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध है, बावजूद इसके शराब पीने से यदि लोगों की मौत हुई है तो यह कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है. ये सभी मौतें पिछले दो दिनों में हुई हैं.
राज्य में हुई इन मौतों पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. तेजस्वी ने अपने एक ट्वीट में कहा कि इस दर्दनाक घटना पर गहरी शोक संवेदना प्रकट करता हूं. ईश्वर शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें.
बिहार को पलायन के साथ-साथ इस दर्द को भी सहना पड़ता है. मुख्यमंत्री जश्न में मस्त हैं, इसलिए उन्हें इन घटनाओं का संज्ञान लेने और संवेदना प्रकट करने का समय भी नहीं है.
घटना की जानकारी मिलने पर गोपालगंज पहुंचे बिहार सरकार के मंत्री जनक राम ने मीडियाकर्मियों से कहा, ‘कथित रूप से जहरीली शराब पीने की वजह से जिन लोगों की मौत हुई है, मैंने उन घरों का दौरा किया है. यह एनडीए सरकार को बदनाम करने की साजिश हो सकती है.’
वहीं, गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार ने कहा, ‘जिले के मुहम्मदापुर गांव में पिछले दो दिनों में कुछ लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, इसके बाद उनकी मौत की वजह का पता चल सकेगा. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.’
स्थानीय पुलिस का कहना है कि कुछ परिवारों ने शवों का आंतिम संस्कार कर दिया है. गांव वालों का कहना है कि गुरुवार को चार लोगों की मौत हुई जबकि दो अन्य लोग अस्पताल में हैं. पुलिस का कहना है कि मामले में अब तक चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
बेतिया के पुलिस अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया, ‘यह अप्राकृतिक मौत का मामला है और प्राथमिक जांच के बाद ही इसकी और जानकारी उपलब्ध हो सकती है.’ उन्होंने बताया कि मामले की विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी गांव में मौजूद हैं.