देश में आमतौर पर देखा जाता है लोग सेहत को लेकर जागरूक नहीं रहते . वहीं आज के भागमभाग भरे जीवन में भी लोग अब अपने स्वास्थ्य के प्रति इतना अधिक ध्यान नहीं दे पा रहे हैं. पिछले करीब एक दशक से कंप्यूटर और मोबाइल पर देश में करोड़ों लोग ज्यादा समय बिता रहे हैं.
घंटों तक मोबाइल और कंप्यूटर पर काम करने से आंखों पर सीधा असर पड़ रहा है. आगे चलकर आंखों की रोशनी संबंधित कई समस्याएं शुरू हो जाती है. आंखों के महत्व को लेकर पिछले दिनों पिथौरागढ़ के धारचूला में सीमांत फाउंडेशन की ओर से चार दिवसीय, 6 से 9 मार्च तक नेत्र शिविर लगाया गया.
इस शिविर में 890 मरीजों की आंखों की जांच की गई. इस दौरान शिविर में 156 मरीजों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन किए गए. नेत्र शिविर में क्षेत्र के सैकड़ों लोगों की आंखों की जांच की गई. शिविर में आए डॉक्टरों ने लोगों को आंखों की सावधानी और अच्छी सेहत के बारे में टिप्स भी दिए.
मरीजों को दवा का भी वितरण किया गया. इस नेत्र शिविर में कई स्वयंसेवी संस्थाओं और डॉक्टरों ने अपना सहयोग दिया. इस मौके पर पैरामेडिकल स्टाफ, सीमान्त सेवा फाउंडेशन, उप जिला चिकित्सालय धारचूला, नेत्र विभाग जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़, सीएमओ उपमहाप्रबंधक UJVNL पिथौरागढ़, UJVNLदेहरादून, KMVN धारचूला, डॉक्टर्स एसोसिएशन पिथौरागढ़, म्यूजिक महल पिथौरागढ़,टीम टेलीमेडिसिन “विमर्श” इलारा कैपिटल लंदन, रंग सोसायटी धारचूला, महिला मंगल दल गर्ब्यांग का सहयोग रहा. नेत्र शिविर के आखिरी में संयोजक ललित पंत ने सभी का आभार व्यक्त किया.