मसूरी घूमने आ रहे 13 पर्यटकों को पुलिस ने उस वक्त गिरफ्तार किया जब ये लोग कोरोना की फर्जी निगेटिव रिपोर्ट लेकर देहरादून-मसूरी घूमने आ रहे थे, पुलिस ने आशारोड़ी चेक पोस्ट पर चेकिंग के दौरान उनके इस फर्जीबाड़े को पकड़ा, इसके बाद उन सभी के खिलाफ फर्जी दस्तावेज बनाने, महामारी एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए उन्हें अरेस्ट किया गया है.
गौर हो कि उत्तराखंड में आने वाले पर्यटकों को कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लाना जरूरी है वहीं शातिर लोगों की भी कमी नहीं है उन्हें घूमने के लिए चाहे झूठ का भी सहारा लेना पड़े तो चूकते नहीं है, कुछ ऐसे लोग भी हैं जो फर्जी निगेटिव रिपोर्ट लाकर घूमने की फिराक में थे मगर उनकी पुलिस के आगे एक ना चली.
पुलिस बाहर से आने वाले लोगों की आरटीपीसीआर और अन्य दस्तावेज चेक कर रही थी इस दौरान एक कार सवार के पास मिली कोरोना जांच रिपोर्ट में कुछ संदेह हुआ इसपर वहां पुलिस अधिकारी ने बारीकी से चेक किया तो सामने आया कि पता चला कि शख्स के पास मौजूद सभी 10 जांच रिपोर्ट फर्जी हैं उसके साथ परिवार के अन्य लोग भी थे वहीं एक और कार को भी रोका गया तो इनकी रिपोर्ट भी फर्जी पाई गई सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
टिहरी जिले में पड़ने वाले कैंपटी फॉल में बुधवार से पर्यटक फिर उमड़ने लगे हैं बुधवार को पर्यटकों ने झरने और झील का लुत्फ उठाया वहीं पुलिस ने बताया कि करीब सौ से ज्यादा वाहनों को लौटाया गया, जिनके पास कोई भी निगेटिव रिपोर्ट उपलब्ध नहीं थी.
बड़ी संख्या में ‘कैम्पटी फॉल’ पहुंच रहे टूरिस्ट
सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का उल्लंघन करने वाली एक ऐसा ही वीडियो बुधवार को मसूरी के कैम्पटी फॉल से आया. यहां बड़ी संख्या में लोग नहाने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान यहां सोशल डिस्टैंसिंग का पालन नहीं हुआ. अब कैम्पटी फॉल में पर्यटकों की संख्या सीमित करने के लिए उत्तराखंड सरकार ने कदम उठाया है.