शुक्रवार देर रात माता वैष्णो देवी दरबार में दुखद हादसा हुआ. माता वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ मचने से 12 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. जबकि 14 श्रद्धालु घायल हो गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण भगदड़ हुई.
ये घटना त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित मंदिर के गर्भगृह के बाहर हुई. हादसा अहले सुबह करीब 2.45 बजे हुई. अधिकारियों ने बताया कि भगदड़ उस समय हुई जब नए साल की शुरुआत के मौके पर श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंचे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ वैष्णो देवी भवन में जमा हो गई. वरिष्ठ अधिकारी और श्राइन बोर्ड के प्रतिनिधि मौके पर पहुंच चुके हैं. घायलों को स्थानीय नारायना अस्पताल में भर्ती किया गया है. तीन लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है.
जान गंवाने वाले दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर से हैं. इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं. घटनास्थल पर मौजूद लोगों का कहना है कि सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे. एक श्रद्धालु ने बताया कि बहुत भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए थे. निकलने के लिए कोई रास्ता ही नहीं था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख जताया है. मोदी ने ट्वीट करके कहा, ‘माता वैष्णो देवी भवन में मची भगदड़ में लोगों की मौत से अत्यंत दुखी हूं.
शोक में डूबे परिवारों के प्रति संवेदना. घायलों को जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’ जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह के मुताबिक, प्रारंभिक सूचना के मुताबिक, किसी बात पर बहस को लेकर श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को धक्का दिया जिसके बाद भगदड़ मच गई. कटरा अस्पताल के बीएमओ डॉक्टर गोपाल दत्त ने मौतों की पुष्टि की है. फिलहाल घायलों को नारायणा अस्पताल ले जाया गया है. वहीं घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है.
बताया जा रहा है कि नए साल के मौके पर श्रद्धालु माता के दर्शन को यहां पहुंचे थे. इसी दौरान अचानक भगदड़ मच गई. बताया जा रहा है कि मृतकों और घायलों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है. मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचा दिया गया है. मृतकों में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के एक-एक श्रद्धालु शामिल हैं. अन्य की शिनाख्त की कोशिश की जा रही है.