चमोली| विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट आज शनिवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. बता दें कि इस बदरीनाथ धाम के कपाट 08 मई 2022 दिन रविवार को श्रद्धालुओं के लिए खोले गए थे.
इस बार बदरीनाथ धाम में रिकार्ड 17.47 लाख श्रद्धालु ने दर्शन किया. 2018 में 10.58 लाख, जबकि 2019 में 10.48 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे.
कपाटबंदी के लिए मंदिर को फूलों से सजाया गया है. कपाटबंदी के बाद अब शीतकालीन गद्दीस्थल पांडुकेश्वर व जोशीमठ में श्रद्धालु भगवान बदरीनाथ के दर्शन कर सकेंगे.
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि माणा गांव की महिला मंगल दल की महिलाओं की ओर से तैयार किए गए घृत कंबल (घी में भिगोया ऊन का कंबल) को भगवान बदरीनाथ को ओढ़ाया जाएगा. इसके बाद अपराह्न 3 बजकर 35 मिनट पर बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर लिए जाएंगे.
चार धाम के प्रमुख मंदिरों के कपाट केवल 06 माह के लिए खोले जाते हैं. इन धाम के कपाट गर्मियों के प्रारंभ के समय अप्रैल के अंत या मई के प्रारंभ में खोले जाते हैं और इनको नवबंर में बंद कर दिया जाता है. नवंबर के समय में पहाड़ों पर बर्फबारी को देखते हुए इनके कपाट बंद कर दिए जाते हैं. पूरी सर्दियों में ये बंद रहते हैं.
पहले ही बंद हो चुके हैं श्री केदारनाथ धाम के कपाट
श्री बद्रीनाथ धाम से पहले श्री केदारनाथ धाम के कपाट बंद हो चुके हैं. श्री केदारनाथ धाम के कपाट 27 अक्टूबर 2022 को सुबह 08 बजकर 30 मिनट पर बंद हो गए थे. इसके अलावा श्री गंगोत्री धाम के कपाट 26 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 01 मिनट पर और श्री यमुनोत्री धाम के कपाट 27 अक्टूबर को दोपहर के समय अभिजीत मुहूर्त में बंद हो गए थे.